अतीक अहमद को उम्रकैद की सजा होते ही सपा के तेवर बदल गए। आज बसपा ने अतीक की पत्नी शाइस्ता परवीन का बसपा से टिकट कैंसिल कर दिए है। अब शाइस्ता मेयर पद के लिए चुनाव नहीं लड़ पाएगी, अब उस सीट से किसी और का नाम दिया जाएगा। अतीक अहमद को ये सजा उमेश पाल हत्याकांड के बाद सुनाई गई है।
दरअसल, प्रयागराज में जब उमेशपाल को बदमाशों ने दिन दहाड़े गोली मार कर उनकी हत्या कर दिया तब से अतीक की पत्नी शाइस्ता परवीन फरार चल रही है। पुलिस इस मामले में खोजबीन कर रही है। इसी के चलते अतीक को सजा भी हुई है। उमेश पल केस में अतीक के भाई अशरफ को कोर्ट ने बरी कर दिया है। इस समय अतीक अहमद साबरमती जेल में बंद है।
बता दें शाइस्ता परवीन उमेश पाल शूटआउट केस से दो महीने पहले ही बसपा में शामिल हुईं थी। यूपी में दलित-मुस्लिम का गठजोड़ बनाने में जुटी बसपा ने शाइस्ता को पार्टी ज्वाइन कराने के साथ ही प्रयागराज मेयर का उम्मीदवार घोषित कर दिया था, लेकिन उमेश पाल हत्याकांड में शाइस्ता के नाम आने के बाद बसपा के इस फैसले पर सवाल खड़े होने लगे थे।
मामला बढ़ा तो मायावती को खुद इस मामले पर सफाई तक देनी पड़ गई थी। उस वक्त बसपा सुप्रीमो ने ट्वीट कर कहा था कि अगर शाइस्ता दोषी साबित होती हैं तो उन्हें पार्टी से निकाल दिया जाएगा।