देहरादून: डॉक्टर बनने का सपना देखने वाले छात्रों की पढ़ाई अब और महंगी हो गई है. श्री गुरु राम राय इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल एंड हेल्थ साइंसेज के प्रस्ताव पर प्रवेश एवं शुल्क नियामक समिति ने MBBS और MD-MS की फीस में दो से ढाई लाख रुपये तक की बढोत्तरी करने पर मंजूरी दे दी है. इसके साथ ही स्वामी राम हिमालय यूनिवर्सिटी ने अपीलीय प्राधिकरण द्वारा पारित आदेश के क्रम में स्वयं शुल्क निर्धारित किया है जिससे ऑल इंडिया के अलावा राज्य कोटा के जरिए कॉलेजों में एडमिशन लेने वालों को छात्रों को अब दोगुनी फीस देनी होगी.
डॉक्टर बनने का सपना
दरअसल, राज्य में कॉलेज के शुल्क का मामला काफी दिनों से पेडिंग था जिसकी वजह से यूजी और पीजी की कई काउंसिलिंग बिना शुल्क निर्धारण के ही करनी पड़ी थी. जिसकी वजह से सरकार और निजी कॉलेजों के बीच मामले को लेकर काफी दिनों तक तनातनी चलती रही. इसके बाद मामला कोर्ट पहुंच गया. इस बीच छात्रों को शपथ पत्र लेकर एडमिशन दिया गया.
दरअसल, हाईकोर्ट के हस्तक्षेप के बाद राज्य सरकार ने उच्च न्यायलय नैनीताल से ही समितियों के दो नाम मांगे थे. इसके बाद कोर्ट ने रिटायर्ड जस्टिस कुलदीप सिंह को प्रवेश एवं शुल्क निर्धारण समिति का अध्यक्ष और जस्टिस सुरेंद्र सिंह पाल को अपीलीय समिति का अध्यक्ष बनाया.
प्रवेश एवं शुल्क नियामक समिति की बैठक 15 मार्च को हुई जिसमे श्री गुरु राम राय इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल एंड हेल्थ साइंसेज के शुल्क को लेकर विचार किया गया. इस दौरान शुल्क में दो से ढाई लाख रुपये तक की वृद्धि की गई. ऐसे में एडमिशन लेने वाले छात्रों पर शुल्क काफी भारी पड़ने वाला है.