मेहुल चोकसी ने छोड़ी भारतीय नागरिकता, लेकिन नहीं बच पाएगा प्रत्यर्पण से
पंजाब नेशनल बैंक स्कैम के आरोपी मेहुल चोकसी के भारत प्रत्यर्पण की कोशिशों को एक बड़ा झटका लग सकता है. क्योंकि मेहुल चोकसी अब भारतीय नागरिक नहीं है बल्कि आधिकारिक तौर पर मेहुल अब एंटिगुआ का नागरिक है.
दरअसल, मेहुल चोकसी ने अपना पासपोर्ट एंटिगुआ हाई कमीशन में जमा करवाया है. भारतीय नागरिकता छोड़ने के लिए उसने 177 डॉलर की फीस भी जमा कराई है. इस बारे में विदेश मंत्रालय ने गृह मंत्रालय को अवगत करा दिया है. मेहुल चोकसी का अब आधिकारिक पता हार्बर, एंटीगुआ हो गया है.
जानकारी हो कि मेहुल चोकसी के भारत प्रत्यर्पण को लेकर कोर्ट में सुनवाई होनी थी लेकिन उससे पहले ही मेहुल ने अपना पासपोर्ट सरेंडर कर दिया और खुद एंटिगुआ का नागरिक घोषित कर दिया. पिछली सुनवाई में उसने अपनी खराब स्वास्थ्य का हवाला दिया था और सुनवाई में पेश नहीं हुआ था.
बता दें कि चोकसी, भगौड़े नीरव मोदी का मामा है और पीएनबी स्कैम का आरोपी है. जब घोटाले की खबर फैली तो उससे पहले ही वह साल 2018 जनवरी में भारत से भाग चुका था.
मेहुल चोकसी के वकीलों की उम्मीद है कि फरार कारोबारी का ये कदम सरकार को झटका दे सकता है और उसका भारत प्रत्यपर्ण नहीं हो सकेगा.
क्या होगा आगे?
हालांकि सूत्रों की माने तो मेहुल चोकसी को अब भी भारत वापिस लाया जा सकता है. क्योंकि उसने ये अपराध भारत में किया है और किसी भी देश को नागरिक को ऐसे मामले में प्रत्यर्पित किया जा सकता है. इसका ताजा उदाहरण अगस्ता वेस्टलैंड मामले में बिचौलिया क्रिश्चियन मिशेल है.