नई दिल्ली। जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल के दूसरे दिन कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर ने पाकिस्तान के साथ बातचीत करने की मोदी सरकार की इच्छा पर संदेह जताया। अय्यर ने कहा, “हमारी सरकार सर्जिकल स्ट्राइक कर सकती है, लेकिन मेज पर बातचीत के लिए तैयार नहीं है।
भारत-पाकिस्तान संबंधों को संबोधित करते हुए अय्यर ने कश्मीर मुद्दे को लेकर पूर्व पाकिस्तानी प्रधानमंत्री परवेज मुशर्रफ के साथ हुई पिछली बातचीत का जिक्र किया। उन्होंने कहा, “मेरी मुशर्रफ से बातचीत हुई थी और उनके पास कश्मीर मामले को सुलझाने के लिए सुझाव थे, लेकिन इस मुद्दे पर कोई बातचीत नहीं हो पाई। आज मैं पाकिस्तान के प्रति भारत की नीति को समझ नहीं पा रहा हूं।”
अय्यर ने अपनी पाकिस्तान यात्रा का एक किस्सा भी साझा किया और बताया कि कैसे उन्होंने अपना जन्म प्रमाण पत्र प्राप्त किया। दरबार हॉल में एक सामाजिक सत्र के दौरान, उन्होंने बताया, “एक केंद्रीय मंत्री के रूप में, मैं लाहौर गया और 1941 की डिजिटल डेटा रिपोर्ट के बारे में जानकारी मांगी। जब मुझसे पूछा गया कि मुझे उस जानकारी की आवश्यकता क्यों है, तो मैंने जवाब दिया, ’10 अप्रैल, 1941 मेरा है जन्मदिन।’ अगले दिन, उन्होंने मुझे मेरा जन्म प्रमाण पत्र प्रदान किया।”
उद्घाटन समारोह में राजस्थान की उपमुख्यमंत्री दीया कुमारी मुख्य अतिथि थीं, जबकि पश्चिम बंगाल के पूर्व राज्यपाल गोपाल कृष्ण गांधी ने मुख्य भाषण दिया। सुबह के संगीत सत्र में पंडित कुमार गंधर्व की 100वीं जयंती मनाई गई, जिसमें कलापिनी कोमकली की प्रस्तुति होगी। गुलज़ार, अमीश, रघुराम राजन, अजय जड़ेजा, चित्रा बनर्जी दिवाकरुनी, पवन के. वर्मा और अन्य जैसे प्रसिद्ध वक्ताओं ने साहित्यिक चर्चाओं में भाग लिया। पहले दिन में कुल 40 सत्र शामिल थे।