देहरादून: पूर्व सीएम व कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव हरीश रावत ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जुमलों के साथ आये थे और जुमलों के साथ ही वापस चले जाएंगे। रावत ने देहरादून में मौन व्रत के बाद पत्रकारों से विभिन्न विषयों पर बात की। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पूरे पांच साल तक सिर्फ जुमलेबाजी की। यहां तक कि जिस गंगा मां ने उन्हें बनारस बुलाया था, वहां भी कुछ नहीं हुआ। देश का युवा खुद को ठगा सा महसूस कर रहा है। रोजगार के बड़े-बड़े वायदे किये गये, लेकिन देश में लाखों लोग नोटबंदी से बेरोजगार हो गये।
पूरे पांच साल सिर्फ जुमलेबाजी करने वाले मोदी ने अपने किसी भी एक काम पर वोट नहीं मांगा और पूरे चुनाव के दौरान जनता अलग-अलग विषयों पर भ्रमित करते रहे। रावत ने अलवर की घटना को जघन्य अपराध बताते हुए कहा राजस्थान सरकार सख्त कार्रवाई करेगी। उन्होंने कहा कि सरकार पर घटना को दबाने के आरोप सिर्फ राजनीति से प्रेरित और पूरी तरह झूठ है और सरकार इस मामले को बहुत ही गंभीरता व संवेदनशीलता के साथ हैंडिल कर रही है। रावत ने राज्य सरकार को भी आड़े हाथ लिया।
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उन्होंने गेहूं खरीद न हो पाने के लिए सवाल उठाये और कहा कि सरकार ने सिर्फ समर्थन मूल्य घोषित कर दिया, लेकिन अब खरीद नहीं रही है, ऐसे में किसान को अपना अनाज औने-पौने दाम पर बेचना पड़ रहा है।टिहरी झील मरीन वोट को लेकर भाजपा की ओर से दागे जा रहे सवाल पर उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने वोट बनवा दी थी। चलाना भाजपा की सरकार को था। ये लोग नहीं चला पाये तो क्या कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि प्रतापनगर जाने के लिए उनकी सरकार ने वोट की स्थायी व्यवस्था की थी।
इसके अलावा डोबरा चांठी पुल के लिए पहल शुरू कर दी थी। मरीना वोट पर उन्होंने कहा कि वोट को कम पानी में खड़ा किया गया था। पानी कम हुआ तो वह पलट गयी। उसे समय रहते पानी में शिफ्ट किया जाना चाहिए था।