अपने पड़ोसी देश पाकिस्तान में जबसे इमरान खान ने सत्ता संभाली है. उसी वक्त से इमरान खान खस्ताहाल अर्थ व्यवस्था को सुधारने के लिए एक से बढ़कर एक नयाब फैसले ले रहे हैं. इन फैसलों पर लोगों कि तीखी प्रक्रिया भी देखने को मिल रही है.
पाकिस्तान अपने स्वास्थ्य बजट को बढ़ाने के लिए जल्द ही सिगरेट और शर्बत (कोक, सॉफ्ट ड्रिंक) पर पाप कर लगाएगा. पाकिस्तान के स्वास्थ्य मंत्री अमीर महमूद कियानी ने मंगलार को यह जानकारी दी.
पापा कर यानी सिन टैक्स
स्थानीय मीडिया के अनुसार स्वास्थ्य मंत्री अमीर महमूद कियानी जन स्वास्थ्य सम्मेलन में कहा कि उनकी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ सरकार देश के सकल घरेलू उत्पाद के पांच प्रतिशत वाला स्वास्थ्य बजट बनाना चाहती है और इस काम के लिए उसे आमदनी बढ़ानी होगी. इसके लिए सरकार कई तरह के उपाय अमल में ला रही है. इनमें से एक तरीका यह है कि तंबाकू उत्पादों और मीठे पेयों पर एक “पाप कर (सिन टैक्स)” लगा दिया जाए और इससे जो आमदनी होगी उसे स्वास्थ्य बजट में शामिल कर दिया जाए.
करीब 45 देशों में लगाया जा चुका है ये टैक्स
सरकार स्वास्थ्य पर जीडीपी का केवल 0.6 फीसद ही खर्च करती है. मीडिया रिपोर्ट में महानिदेशक डॉ. असद हफीज के हवाले से कहा गया है कि विश्व के करीब 45 देशों में इस तरह का कर लगाया जाता है. पाप कर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रचलित है और यह ऐसे उत्पादों पर लगाया जाता है जो समाज के लिए हानिकारक हैं, जैसे तंबाकू, कैंडी, सॉफ्ट ड्रिंक, फास्ट फूड, कॉफी और चीनी आदि.
अमेरिका का उदाहरण
महमूद कियानी ने अमेरिका का जिक्र करते हुए कहा कि अमेरिका प्रति सिगरेट पैक 1.5 डॉलर का शुल्क लगाता है, जबकि ब्रिटेन प्रति लीटर शुगरी पेय पर 40 पेंस का पाप कर लगाता है. थाईलैंड के साथ ही साथ अन्य देश भी इस तरह का कर लगाते हैं.
पाकिस्तान में रोजाना 1500 युवा सिगरेट पीना शुरू करते हैं और हम इस संख्या को घटाना चाहते हैं. गैर-वेतन बजट में 10 प्रतिशत कटौती पाकिस्तान सरकार ने गैर-वेतन बजट में 10 फीसदी की कटौती करने का निर्णय लिया है. इस कदम से सरकार को चालू वित्त वर्ष के दौरान 10 अरब रुपये बचाने में मदद मिलेगी. इसके अलावा इमरान खान के नेतृत्व वाली सरकार ने नए पद सृजित न करने का फैसला लिया है.