चैत्र मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी को पापमोचनी एकादशी कहते हैं. हिन्दू शास्त्रों में इस दिन का विशेष महत्व है. यह दिन भगवान विष्णु को समर्पित है. यह एकादशी बहुत ही पुण्यदायी होती है. इस बार 31 मार्च 2019, रविवार को पापामोचनी एकादशी है.
मान्यता है कि पापमोचनी एकादशी पर भगवान विष्णु की पीले फूलों से पूजा करने से उनकी कृपा मिलती है. पापमोचनी एकादशी पर नव ग्रहों की पूजा से सारे ग्रह अपना शुभ परिणाम देना शुरू कर देते हैं. जानिए इसका शुभ मुहूर्त और पूजा विधि के बारे में…
पापमोचनी एकादशी 2019 व्रत का पारण: दोपहर 01:40 बजे से शाम 04:07 बजे (1 अप्रैल 2019, सोमवार)
हरि वासर समाप्त: दोपहर 12:44 बजे (1 अप्रैल 2019, सोमवार)
एकादशी आरंभ: 31 मार्च 2019, रविवार प्रातः 03:23 बजे.
एकादशी समाप्त: 1 अप्रैल 2019, सोमवार प्रातः 06:04 बजे.
पापमोचनी एकादशी पर ऐसे करें भगवान विष्णु का पूजन-
– पापमोचनी एकादशी पर भगवान विष्णु के चतुर्भुज रूप की पूजा करें. उन्हें पीले वस्त्र धारण कराएं और सवा मीटर पीले वस्त्र पर उन्हें स्थापित करें.
– दाएं हाथ में जल पुष्प चंदन लेकर सारे दिन के व्रत का संकल्प लें.
– भगवान विष्णु को 11 पीले फल, 11 फूल, 11 पीली मिठाई तथा पीला चंदन और पीला जनेऊ अर्पण करें.
– इसके बाद पीले आसन पर बैठकर भगवत कथा का पाठ या विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ करें.
– आपके मन की इच्छा जरूर पूरी होगी.