नई दिल्ली, राजसत्ता डेस्क : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से प्यार करने वालों को ये खबर पढ़कर अपनी पसंद पर और ज्यादा गर्व हो जाएगा। खबर ये है कि कोरोना वायरस से जंग में पीएम मोदी ने दुनिया से सारे नेताओं को पछाड़ दिया है। जी हां, और ये हम नहीं कह रहे। ये कहना है अमेरिका की बड़ी ग्लोबल डेटा इंटेलीजेंस कंपनी (Global Data Intelligence) का जिसने अपने Morning Consult Political Intelligence के जरिये ये रेटिंग जारी की है। रेटिंग कोरोना की वैश्विक लड़ाई के बीच दुनियाभर के तमाम नेताओं के काम करने की क्षमता और उनपर लोगों के भरोसे के आधार पर जारी की गयी है। अमेरिकी एजेंसी की रेटिंग में अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पीएम मोदी से पिछड़ गए हैं।
नेतृत्व और लोगों का भरोसा था कसौटी
रेटिंग में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 68 अप्रूवल प्वाइंट के साथ पहली पायदान पर हैं। जबकि साल की शुरुआत में नरेंद्र मोदी काअप्रूवल रेटिंग प्वॉइंट 62 था। जो कि कोरोना काल में 14 अप्रैल आते -आते 68 हो गया।वहीं, अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप को माइनस 3 Approval रेटिंग प्वॉइंट हासिल हुए हैं। रेटिंग के लिए इस साल 1 जनवरी 14 अप्रैल तक, दुनिया के तमाम नेताओं से संबंधित सवाल लोगों से पूछे गए। कंपनी के मुताबिक़ रोज औसतन 447 इंटरव्यूज़ लिए गए। जिसमें मोदी ने कोरोना कंट्रोल को लेकर प्रयासों और देशवासियों के उनपर विश्वास को लेकर बाजी मार ली। अमेरिका में नवंबर में चुनाव होने हैं और वहां 40 हजार से ज्यादा मौतें कोरोना की वजह से हो चुकी हैं। रेटिंग में जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे सबसे नीचे हैं। मैक्सिको के राष्ट्रपति आंद्रे मैन्युअल लोपेज ओब्राडार दुसरे स्थान पर हैं।
क्यों आगे निकल गए मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रेटिंग में सुधार की वजह कोरोना वायरस के खिलाफ जंग को लेकर भारत की तैयारी है। पीएम मोदी ने 25 मार्च को देश में 21 लॉकडाउन की घोषणा की थी जिसे बाद में 14 अप्रैल को 19 दिनों के लिए और बढ़ा दिया गया। जबकि इसके पहले पीएम मोदी के आह्वान पर 130 करोड़ की आबादी वाले देश ने जनता कर्फ्यू का पालन किया था। पीएम मोदी के नेतृत्व में देश को इस कदर भरोसा है कि जब उन्होंने जो कहा उसका पालन भारतवासियों ने किया। वो चाहें कोरोना वारियर्स के सम्मान में घंटियां -थालिया बजाकर मंगल ध्वनि करना हो या फिर घर में दीपक जलाना।
विश्व स्तर पर मोदी के प्रयास
प्रधानमन्त्री मोदी ने सबसे पहले इस वैश्विक महामारी से निपटने के लिए दुनिया भर के नेताओं को एकजुट करने की पहल की। सार्क देशों को साथ जोड़ने के वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग हो या फिर जी20 देशों की बैठक को लेकर उनकी पहल हो, पीएम मोदी ने कोरोना के खिलाफ लड़ाई को सामूहिक जंग बनने में हरसंभव प्रयास किया। इसके अलावा उन्होंने हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन (hydroxychloroquine) जैसी दवा के निर्यात से प्रतिबंध हटाकर अमेरिका समेत पूरे विश्व को मदद भेजने का काम किया जिससे उनकी लोकप्रियता में जबरदस्त इजाफा हुआ। राष्ट्रपति ट्रंप ने उन्हें महान नेता बताया तो ब्राजील के राष्ट्रपति ने अपने सम्बोधन में पीएम मोदी की तुलना हनुमान के संजीवनी बूटी लाने से की।