नेशनल वाइल्डलाइफ बोर्ड की मीटिंग में पीएम नरेंद्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट केदारनाथ रोपवे को स्वीकृति मिल गई है। सोनप्रयाग से केदारनाथ के लिए लगभग 13 किलोमीटर लंबे रोपवे के बनने से धाम तक का सफर महज आधे घंटे में पूरा किया जा सकेगा। बोर्ड मीटिंग में रामबाड़ा से गरुड़चट्टी में लगभग साढ़े पांच किलोमीटर पैदल रास्ते के नव निर्माण की भी मंजूरी मिली है।
प्रमुख सचिव (वन) आरके सुधांशु के अनुसार हेमकुंड साहिब रोपवे के लिए बोर्ड के इजाजत की आवश्कता नहीं है। इसके लिए वन एवं पर्यावरण मंत्रालय ने पूर्व में ही मंजूरी दे दी है। बोर्ड बैठक में यह प्रस्ताव रखा गया था, जिसमें दोबारा मंजूरी लेने की जरूरत नहीं समझी गई।
प्रमुख सचिव की माने तो दिल्ली में केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्री की अगुवाई में हुई मीटिंग में सोनप्रयाग से केदारनाथ तक रोपवे निर्माण की मंजूरी मिली है। गोविंदघाट से हेमकुंड साहिब तक बनने वाले रोपवे के लिए पर्यावरण मंजूरी की जरूरत नहीं है।