जो बाइडन सहित इन दिग्‍गज नेताओं को पछाड़ PM मोदी लोकप्रियता के मामले में फिर टॉप पर, देखें पूरा लिस्ट

जो बाइडन सहित इन दिग्‍गज नेताओं को पछाड़ PM मोदी लोकप्रियता के मामले में फिर टॉप पर, देखें पूरा लिस्ट

भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुनिया के नेताओं के बीच लोकप्रियता के मामले में एक बार फिर से अपनी टॉप पोजिशन को बरकरार रखने में सफलता हासिल की है। अमरीका स्थित कंसल्टेंसी फर्म ‘मॉर्निंग कंसल्ट’ के एक सर्वेक्षण के अनुसार, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 76 प्रतिशत की अनुमोदन रेटिंग के साथ दुनिया के सबसे लोकप्रिय नेता के रूप में अपना शीर्ष स्थान बरकरार रखा है। इससे पहले जून 2023 में ग्लोबल लीडर्स की अप्रूवल रेटिंग लिस्ट जारी हुई थी। उसमें भी पीएम मोदी टॉप पर रहे थे।

पीएम मोदी एक बार फिर 76 प्रतिशत की अप्रूवल रेटिंग के साथ दुनिया के सबसे लोकप्रिय नेता बने हैं। इस लिस्ट में अमरीकी राष्ट्रपति जो बाइडन सहित यूके के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक भी पीएम मोदी से काफी पीछे है। ‘ग्लोबल लीडर अप्रूवल रेटिंग ट्रैकर’ पर 76 फीसदी लोगों ने पीएम मोदी के नेतृत्व को स्वीकार किया। वहीं, 18 फीसदी ने इसे नापसंद किया और छह फीसदी ने कोई राय नहीं दी।

इस लिस्ट में स्विट्जरलैंड के राष्ट्रपति एलेन बर्सेट (64 प्रतिशत) और मेक्सिको के राष्ट्रपति एंड्रेस मैनुअल लोपेज़ ओब्रेडोर (61 प्रतिशत) को दूसरी सबसे अच्छी रेटिंग मिली है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन को 40 प्रतिशत के सातवें पायदान पर है। वहीं, कनाडाई पीएम जस्टिन ट्रूडो को 37 प्रतिशत मिले। यूके के पीएम ऋषि सुनक 27 प्रतिशत के 15वें स्थान पर है। फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन को सिर्फ 24 प्रतिशत रेटिंग मिली है।

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने लोकप्रिय वैश्विक नेताओं की रेटिंग एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर साझा की। शाह ने लिखा, ताजा मॉर्निंग कंसल्ट सर्वेक्षण से पता चलता है कि पीएम नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता वैश्विक नेताओं के बीच बेजोड़ है। उन्होंने आगे लिखा कि यह न केवल विदेश नीति में मोदी सिद्धांत की सफलता का प्रमाण है, बल्कि लाखों लोगों को गरीबी से बाहर निकालने में मोदी जी की निर्विवाद उपलब्धियों, उनके जीवन स्तर में सुधार के निस्वार्थ प्रयासों और लोगों के उनके प्रति अटूट विश्वास की वैश्विक मान्यता भी है।

Previous articleयूएई के नक्शे में PoK को भारत का हिस्सा बताने से नाराज़ हुआ पाकिस्तान, जानें पूरा मामला
Next articleसपा सरकार में बांके बिहारी मंदिर की जमीन कागजों में बना दी गई थी कब्रिस्तान, हाईकोर्ट ने केस दर्ज करने का दिया आदेश!