प्रतापगढ़: लोकसभा चुनाव 2019 में पांचवें चरण के मतदान में आज प्रचार के अंतिम दिन पीएम नरेंद्र मोदी ने प्रतापगढ़ का रुख किया है। यहां से उनके लक्ष्य पर प्रतापगढ़ से सटे सुल्तानपुर व अमेठी लोकसभा क्षेत्र भी हैं। प्रतापगढ़ के जीआइसी के ग्राउंड में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सभी प्रत्याशियों का अभिवादन किया। उन्होंने कहा कि चार चरण के मतदान में उत्तर प्रदेश की जनता ने तय कर दिया है कि नतीजे क्या आने वाले हैं। उत्तर प्रदेश की जनता का मेरा बहुत-बहुत धन्यवाद। उत्तर प्रदेश का जितना धन्यवाद करूँ उतना कम है।आपका यह प्यार यह आशीर्वाद मुझे गदगद कर देता है मैं आपका हृदय से आभारी हूं। सपा ने बहन जी को ऐसा धोखा दिया है, जो उन्हें समझ में नहीं आ रहा है।
पीएम मोदी ने कहा कि न मैं गिरा न मेरी उम्मीदों के मीनार गिरे,कुछ लोग मुझे गिराने में कई बार गिरे। मजबूरी और महामिलावटी पंजा बहुत खतरनाक है। जो पार्टी पहले चरण के मतदान से पहले खुद को प्रधानमंत्री पद की दावेदार बता रही थी, वो अब ये मानने लगी है कि हम तो यूपी में सिर्फ वोट काटने के लिए चुनाव लड़ रहे हैं। कांग्रेस का कितना पतन हो गया है, ये इसका सुबूत है।
पीएम मोदी ने कहा कि जहां भ्रष्टाचार है, समझिए ये मिलावटी लोग हैं और जहां हैं वहां भ्रष्टाचार है। नामदार के दोस्त को रक्षा सौदे में शामिल किया गया ताकि नामदार को मलाई का रास्ता साफ हो सके। बसपा के राज में न एम्बुलेंस सुरक्षित है थी न ताजमहल। सपा वाले तो टोंटी भी खोल ले गए। बची कांग्रेस, तो उसके नेता खुशी-खुशी समाजवादी पार्टी की रैलियों में मंच साझा कर रहे हैं। बहन जी को ऐसा धोखा इन लोगों ने दिया है कि उन्हें भी समझ नहीं आ रहा। मायावती खुलेआम कांग्रेस की आलोचना करती हैं, कांग्रेस को कोसती हैं। वहीं समाजवादी पार्टी, कांग्रेस पर नरमी दिखाती है। सपा बसपा के शासन में गुंडों को राज करने का मौका मिल गया था। महमिलावटी लोग अपने स्वार्थ के लिए नौजवानों का भविष्य चौपट कर देंगे। हम वोट के लिए किसी आतंकी की जाति नहीं देखते। आज आतंकी हो या उनके आका मोदी को हटाने के लिए चाल चल रहे हैं।
पीएम मोदी ने कहा कि उत्तर प्रदेश में भाजपा को हराने के लिए दो धुर विरोधी दल गले मिले। इनकी दोस्ती में तो अब दम दिख ही नहीं रहा है। यहां पर समाजवादी पार्टी ने बहन जी (मायावती) को ऐसा धोखा दिया है, जो उन्हें समझ में नहीं आ रहा है। उत्तर प्रदेश के लोगों ने जिस तरह ठान लिया है कि विकास के आगे उन्हें कुछ भी मंजूर नहीं है। इन महामिलावटी लोगों को समझ ही नहीं आ रहा है कि अब बचा हुआ चुनाव बचाने के लिए कौन सा खेल खेला जाए। चार चरण के मतदान के बाद उत्तर प्रदेश के लोगों ने तय कर दिया है कि नतीजे क्या आने वाले हैं। अब पांचवें चरण से पहले अगर ये महामिलावटी लोग आपका ये उत्साह देख लेंगे तो शायद मैदान ही छोड़ देंगे।