यूपी के बहराइच में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि महाराजा सुहेल देव की इस धरती को मैं नमन करता हूं। इतनी गर्मी में आपका हम सभी को आशीर्वाद देने पहुंचना किसी सौभाग्य से कम नहीं है। लेकिन इस गर्मी में असली पसीना उनका छूट रहा है जो मोदी हटाओ- मोदी हटाओ के गीत गुनगुनाते रहते हैं।
उन्होंने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी जी कहते थे कि-पेड़ के ऊपर चढ़ा इंसान, ऊंचा दिखाई देता है। जड़ में खड़ा इंसान, नीचा दिखाई देता है। इंसान न ऊंचा होता है, न नीचा होता है, न बड़ा होता है, न छोटा होता है, इंसान सिर्फ इंसान होता है।
बहराइच में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भाषण
ये चुनाव कौन सांसद बने, कौन मंत्री बने केवल इसके लिए नहीं है। बल्कि ये चुनाव इसलिए है कि 21वीं सदी में भारत का क्या स्थान होगा।
पूरा देश चाहता है कि भारत महाशक्ति बने, दुनिया भारत का दम देखे, लेकिन ये काम कोई कमजोर, ढीली-ढाली, मजबूर सरकार कर सकती है क्या?
जब सरकार मजबूर, ढीली-ढाली होती है तो, 11 महीने या 1 साल या 2 साल में प्रधानमंत्री बदल जाते हैं और देश का विकास होता ही नहीं है, क्या आप ऐसी सरकार बनाना चाहेंगे?
महामिलावटी दल जितनी सीटों पर लड़ रहे हैं उसमें से ज्यादातर पर वो जमानत बचाने के लिए मेहनत कर रहे हैं, जीतने का तो सवाल ही नहीं है।
भारत को नई ऊंचाई पर पहुंचाने के लिए मजबूत सरकार होनी चाहिए कि नहीं। ये मजबूत सरकार सपा- बसपा, कांग्रेस और उसके साथी महामिलावटी दे सकते हैं क्या?
जो लोग 50-55 सीट लेकर विपक्ष का नेता बनने की स्थिति में नहीं हैं। वो प्रधानमंत्री बनने के लिए दर्जी के पास कपड़ें सिला रहे हैं।
ये बुलंद हौंसले वाली सरकार ही है, जो गरीब, दलित, आदिवासी और पिछड़े लोगों के हित में बिना किसी भेदभाव के काम कर सकती है।
सबका साथ-सबका विकास ये हमारा मंत्र है और सबको सुरक्षा-सबको सम्मान, हमारा प्रण है। इसी के लिए हमने काम किया है और आगे भी इसी रास्ते में हम चलने वाले हैं।
कोई भी गरीब किसी भी जाति, पंथ और संप्रदाय का हो, बिना पक्के घर के नहीं रहेगा ये मेरा संकल्प है।
हमने 34 करोड़ से ज्यादा जनधन खाते खुलवाए और फिर मुद्रा योजना के तहत हर गरीब, हर दलित, हर वंचित, हर पिछड़े के लिए बैंक की तिजोरी खोल दी।
आपने ऐसी भी सरकार देखी है, जिनके समय में गरीब बैंक के दरवाजे तक जाने में घबराता था। वहीं आज इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक से हम बैंक को गरीबों के दरवाजे तक ले जा रहे हैं।
जब मोदी सरकार में नहीं आया था, तो देश की बड़ी आबादी, जिसमें अधिकतर पिछड़े और दलित हैं, उनके घर में शौचालय, बिजली, गैस का कनेक्शन और बैंक खाते कुछ नहीं थे। जब बैंक खाते नहीं तो बैंक लोन कैसे मिलता और कैसे वो अपना कोई काम शुरू करा सकता।
सपा बसपा ने एक दूसरे के खिलाफ राजनीति की है, आज सूपड़ा साफ़ होने के डर से भले ही साथ आ गए हैं। लेकिन ये स्वार्थ का साथ है, ऐसे ही साथ के लिए ही रहीम दास जी कह गए हैं -कह रहीम कैसे निभै, बेर-केर के संग! कह रहीम कैसे निभै, बेर-केर के संग!
किसानों की आय 2022 तक दोगुनी हो, इसके लिए हर स्तर पर हम काम कर रहे हैं। एक तरफ हमने पानी के लिए मिशन मोड पर काम करने का फैसला लिया है, दूसरी तरफ किसानों को सीधी मदद पहुंचाई जा रही है।
हमने ये तय किया है की पीएम किसान सम्मान निधि का लाभ भी यूपी के सभी किसानों को मिले। हमारी सरकार पूरी संवेदनशीलता के साथ देश के हर वर्ग को सामाजिक सुरक्षा देने में जुटी है। इसलिए दिव्यांगजनों को भी देश के विकास का महत्वपूर्ण हिस्सा बनाने का प्रयास हमने किया है। दिव्यांगों के लिए आरक्षण में वृद्धि की गई है।
ये हमारी प्रतिबद्धता है कि 130 करोड़ भारतवासियों के जीवन की सुरक्षा के लिए हम कहीं पर भी घुसकर मार सकते हैं। आप खुश हैं कि मोदी सही कर रहा है? इसके लिए हम किसी से पूछेंगे नहीं, किसी के दबाव में भी नहीं आएंगे।
हमारी सरकार अपने देश के महान वीरों और महान योद्धाओं से प्रेरणा लेते हुए राष्ट्ररक्षा के लिए पूरी तरह से समर्पित हैं। सर्जिकल स्ट्राइक हो या फिर एयर स्ट्राइक इसी का उदाहरण हैं। आतंक की नर्सरी को सपा-बसपा बंद कर सकती है क्या?
वो कांग्रेस जो कहती है कि आतंकियों से लड़ने वाले हमारे सैनिकों का विशेष अधिकार AFSPA हटा देंगे, ऐसी कांग्रेस आतंक से लड़ सकती है क्या?