पीएम नरेंद्र मोदी के इंटरव्यू का दौर जारी है। उन्होंने एक इंटरव्यू के दौरान विपक्षी दलों पर वार करते हुए कहा है कि ये बिखरे हुए लोग हैं और इसीलिए पब्लिसिटी पाने के लिए ये लोग मोदी को गाली दे रहे हैं। ये ऐसा पहला चुनाव है, जिसमें विपक्ष का मुद्दा भी मोदी है।
पीएम नरेंद्र मोदी के इंटरव्यू की खास बातें
जहां तक जाति का सवाल है, मैं गुजरात में इतने साल रहा लेकिन किसी ने मेरी जाति के विषय में बात नहीं की। मेरी जाति गरीब की है और हर गरीब मेरी जाति का है।
आतंकवाद हो तो कश्मीर का नाम आता है लेकिन उस कश्मीर में पंचायतों के चुनाव हुए एक पोलिंग बूथ पर एक भी हिंसा की घटना नहीं हुई।
उसी कार्यकाल में बंगाल में पंचायत चुनाव हुए सैकड़ों लोग मारे गए। जो जीत कर आ गए, उनके घर जला दिए गए। उनको झारखंड या अन्य राज्यों में जाकर 3-3 महीने मुंह छिपाकर रहना पड़ा। उनका गुनाह यही था, जो जीतकर आए थे।
उस समय ये लोकतंत्र की बात करने वाले लोग बिल्कुल चुप रहे। बीजेपी आवाज़ उठाती रही। वहां की कांग्रेस और लेफ्ट पार्टी भी आवाज़ उठाती रही।
संसद में भी सबने आवाज़ उठाई, लेकिन जो लोग अपने आपको न्यूटरल कहते हैं, वो चुप रहे। इससे उनको बल मिलता गया।
गरीब जात-पात और पंत संप्रदाय से बाहर आ गया है और अपने बच्चों के भविष्य के लिए आगे आ रहा है, तो हमें इस बात पर गर्व करना चाहिए। हम सबका साथ, सबका विकास मंत्र लेकर आए थे। लेकिन ये लोग मोदी का नाम सिर्फ धर्म-जाति की राजनीति के लिए इस्तेमाल कर रहे हैं। विकास करने के लिए लोगों का पंथ, जाति या धर्म नहीं पूछा जाना चाहिए।