नई दिल्ली। कोरोना वायरस के खिलाफ केंद्र से लेकर राज्य सरकारें अपने अपने स्तर पर वायरस से छुटकारा पाने में लगी हुईं है, लेकिन कोविड की दूसरी लहर ने भारत को बुरी तरह से नुकसान पहुंचाया है. कोविड ने कुछ ऐसा कहर बरसाया कि देश भर के अस्पतालों में ऑक्सीजन, मेडिसिन, एंबुलेंस की कमी हो गई.
पिछले दो महीनों में ज्यादातर उन कोरोना मरीजों की जान गई है जिन्हें समय पर इलाज नहीं मिल सका है. कोरोना की चेन को तोड़ने के लिए केंद्र से लेकर राज्य सरकारें बार बार लोगों से लॉकडाउन का पालन करने, सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखने और मास्क लगाने की अपील कर रही हैं, लेकिन इसके बाद भी कोरोना वायरस की वजह से भारत की स्थिति बेहद संवेदनशील बनी हुई है.
In the face of a grieving nation and tragedies unfolding all around us, the continued attempt to push FALSEHOOD and PROPAGANDA in the name of spreading POSITIVITY is disgusting!
For being positive we don’t have to become blind propagandist of the Govt.
— Prashant Kishor (@PrashantKishor) May 12, 2021
वहीं अब राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने भी केंद्र सरकार पर कटाक्ष किया है. प्रशांत किशोर ने देश की दयनीय स्थिति के लिए मोदी सरकार को जिम्मेदार ठहराया है, और ट्वीट पर लोगों से मोदी सरकार के अंध भक्त ना बनने की अपील की है.
राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने बुधवार को ट्वीट कर मोदी सरकार पर हमला बोला है. उन्होंने लिखा है कि ‘हमारे चारों ओर एक शोकग्रस्त राष्ट्र और त्रासदी मची हुई है, ऐसे में गलत प्रचार को आगे बढ़ाने का निरंतर प्रयास घृणित है, सकारात्मक होने के लिए हमें सरकार के अंधे प्रचारक बनने की जरूरत नहीं है’.