तीन तलाक के लिए बन सकता है कानून तो राम मंदिर पर क्यों नहीं: प्रवीण तोगड़िया

Government must bring ordinance to build Ram temple: Togadia

वाराणसी: अंतरराष्ट्रीय हिंदू परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष व विश्व हिंदू परिषद के कार्यकारी अध्यक्ष रहे प्रवीण तोगड़िया ने बुधवार को यहां कहा कि जब जीएसटी और तीन तलाक पर कानून बन सकता है तो राममंदिर पर भी संसद में कानून बन सकता है. अब जबकि मानसून सत्र चल रहा है तो ऐसे में कानून बनाने की जरूरत है.

ये भी पढ़ें-  यदि एनआरसी कांग्रेस की देन, तो फिर विरोध क्यों : रिजीजू

उन्होंने कहा कि अयोध्या में श्री राम मंदिर निर्माण के लिए सरकार को अध्यादेश लाना ही होगा. यदि नहीं कर सकते तो हटने के लिए तैयार रहो और अगर कानून बनाते हो तो अगली बार झंडा लेकर हम सरकार बनवाएंगे. वाराणसी में एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने आए तोगड़िया ने मीडिया से कहा कि बहुत जल्द ही सुप्रीम कोर्ट का फैसला भी राम मंदिर के पक्ष में आने वाला है.

एनआरसी मुद्दे पर उन्होंने कहा कि मेरा सरकार से यही पूछना है कि देश में 40 लाख बांग्लादेशी हैं तो उनको इतने वर्षों में वापस क्यों नहीं भेजा. सरकार की मंशा पर सवालिया निशान लगाते हुए उन्होंने कहा कि केवल लिस्ट बनाने से परिणाम नहीं निकलता है, काम करने से परिणाम निकलता है. देशहित में लगभग 40 लाख बांग्लादेशियों को उनके देश बांग्लादेश भेज कर दिखाओ.

ये भी पढ़ें- करुणानिधि : द्रविड़ राजनीति के शलाका पुरुष

मुजफ्फरपुर और देवरिया कांड में पर तोगड़िया ने कहा कि जगह-जगह बहन बेटियों की सुरक्षा खतरे में है. पूरे देश में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर चिंता है. उन्होंने कहा कि खेत में किसान, सीमा पर जवान और देश में बेटियां सुरक्षित नहीं हैं. आखिर केंद्र सरकार कर क्या रही है. उन्होंने प्रधानमंत्री का नाम लिए बगैर कहा कि यह सरकार कई मुद्दों पर फेल है.

ये भी पढ़ें-  वेंकैया नायडू ने कहा- राज्यसभा में हंगामे के पीछे ‘साजिश’

इससे पहले तोगड़िया काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन-पूजन किया. दर्शन के बाद कहा कि हमने संकल्प लिया था कि काशी खंड में वर्णित एक भी मंदिर टूटने नही देंगे, वो संकल्प आज भी जारी है. इसके साथ ही केंद्र सरकार से कानून बनाकर काशी विश्वनाथ परिसर को ज्ञानवापी मस्जिद से मुक्त कराएंगे. इसके लिए देश भर में हमने अभियान शुरू किया है.

SOURCEआईएएनएस
Previous articleबांग्लादेश: रोड सेफ्टी को लेकर सड़कों पर छात्र
Next articleकरुणानिधि मरीना बीच पर अपने गुरु के बगल में दफन