दलितों को खिचड़ी खिलाकर बीजेपी कर रही है लोकसभा चुनाव की तैयारी

लोकसभा के चुनाव शुरू होने वाले हैं. सभी पार्टियां चुनावी तैयारी में लग चुकी है. विपक्षी पार्टियों ने महागठबंधन बनाने का फैसला किया है वहीं बीजेपी ने भी अपनी कमर कस ली है.

दलितों को लुभाने के लिए बनाई खिचड़ी

आज बीजेपी ने लोकसभा चुनाव के लिए दलित वोटरों को लुभाने के लिए दिल्ली के रामलीला मैदान में ‘भीम महासंगम विजय संकल्प-2019 रैली’ का आयोजन किया है. इस रैली में बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह भी हिस्सा ले रहें हैं. इस आयोजन के दौरान पार्टी कार्यकर्ताओं के बीच पांच हजार किलो ‘समरसता खिचड़ी’ पकाकर बांटी जाएगी.

ये भी पढ़ें- सीबीआई को गठबंधन के खिलाफ इस्तेमाल कर रही है मोदी सरकार : अखिलेश यादव

क्या है समरसता खिचड़ी

आपको बता दें कि इस समरसता खिचड़ी की एक खास बात है जिसकी वजह से बीजेपी एकता का प्रतीक देने की कोशिश कर रही है. दरअसल, बीजेपी कार्यकर्ताओं ने दिल्ली के सभी जिलों के परिवारों के घर-घर जाकर चावल, दाल, नमक समेत खिचड़ी बनाने की अन्य समानों का इकठ्ठा किए हैं. और उन अनाजों से ही खिचड़ी बनी है. ये खिचड़ी एक ही पात्र में बनाई जाएगी और समरसता रैली के दौरान लोगों में एक साथ बांटी जाएगी. इस खिचड़ी को नागपुर के शेफ विष्णु मनोहर बना रहे हैं. मनोहर अपनी टीम के साथ फीट व्यास वाले और 6 फीट के गहरे बर्तन में खिचड़ी बनाकर वर्ल्ड रिकॉर्ड भी बनाएंगे.

ये भी पढ़ें- आरएसएस का चिंतन शिविर आज से, मोदी सरकार पर बढ़ेगा मंदिर को लेकर दबाव ?

गौर करने वाली बात यह है कि 2014 की लोकसभा चुनाव के दौरान कई अनुसूचित जाति के नेताओं ने बीजेपी का साथ दिया था. लेकिन दिल्ली विधानसभा चुनाव के दौरान आम आदमी पार्टी ने दलितों का एक बड़ा तबका अपने साथ कर लिया था. इसी वजह से बीजेपी ने इस बार की लोकसभा चुनाव से पहले दलित वोटरों को लुभाने के लिए आज इस रैली का आयोजन किया है. इस रैली में दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष मनोज तिवारी, थावर चंद गहलोत, रामलाल, श्याम जाजू समेत कई वरिष्ठ नेता शामिल हैं.

खिचड़ी के लिए चावल दाल इकट्ठा करने के लिए बीजेपी के अनुसूचित जनजाति मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने 14 लाख पर्चें और मोदी सरकार की जन कल्याणकारी योजनाओं का जमकर प्रचार भी किया है. निश्चित तौर पर यह बीजेपी का एक जबरदस्त चुनावी स्टंट है, जिसके जरिए वो दलित वोटरों को लुभाने की कोशिश कर रही है.

Previous articleसीबीआई को गठबंधन के खिलाफ इस्तेमाल कर रही है मोदी सरकार : अखिलेश यादव
Next articleराफेल सौदे पर राहुल के निशाने पर रक्षा मंत्री, मांगा इस्तीफा