रक्षा सौदागर न बन पाने वाले राहुल अब पीएम बनने का ख्‍वाब देख रहे

अरुण जेटली

कांग्रेस अध्‍यक्ष राहुल गांधी के विदेशी कंपनी के डायरेक्टर होने के मामले में शनिवार को केन्द्रीय वित्तमंत्री अरुण जेटली ने मोर्चा खोला। प्रेस कांफ्रेंस करते हुए उन्होंने कहा कि यह एक ऐसे शख्स की कहानी है, जो रक्षा सौदागर बनने की ख्वाहिश रखता था और आज भारत का प्रधानमंत्री बनने की ख्वाहिश ख्‍वाब है।

उन्होंने कहा कि राजनीतिक नेताओं को मौन रहने का अधिकार उपलब्ध नहीं है। खास तौर पर उन लोगों को नहीं, जो प्रधानमंत्री बनने की ख्वाहिश रखते हैं।

उन्होंने कहा कि 28 मई 2002 को भारत में एक कंपनी बनती है बैकऑप्स प्राइवेट लिमिटेड। राहुल गांधी और प्रियंका गांधी इसके डायरेक्टर बनते हैं। 21 अगस्त 2003 में ब्रिटेन में भी इसी नाम से एक कंपनी बनती है। उसके डायरेक्टर राहुल गांधी और एक अमेरिकी नागरिक बनते हैं।

इस कंपनी के कोई मैन्युफेक्चरिंग यूनिट नहीं है। ये एक तरह से लाइजनिंग करने वाली कंपनी है। यानी हम प्रभाव से आपका काम कराएंगे और बदले में पैसा लेंगे। ये इसका उद्देश्य था।

जेटली ने राहुल पर कैश डायरी को लेकर कई सवाल किए। इस दौरान अरुण जेटली ने कहा कि राहुल कभी भी इस पर जवाब क्यों नहीं देते।

इससे पहले भी अरुण जेटली ने अगस्ता वेस्टलैंड मामले को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर निशाना साधा था। इस मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) की तरफ से आरोप पत्र दाखिल होने के बाद राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी की प्रतिक्रिया पर अरुण जेटली ने पटलवार किया था।

कांग्रेस की प्रतिक्रिया पर अरुण जेटली ने कहा कि अगस्ता वेस्टलैंड मामले की जानकारी पिछली यूपीए सरकार के कार्यकाल में सामने आई थी। उसी समय सीबीआई और ED को RG, AP तथा FAM जैसे शब्दों वाली डायरी मिली थी, उन्होंने कहा कि डायरी अगर षडयंत्र के दौरान लिखी गई हो तो वह एक सबूत होता है।

अरुण जेटली ने राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा था कि आरोपों पर चुप रहने का अधिकार आरोपी के पास होता है, ऐसे व्यक्ति के पास नहीं जो प्रधानमंत्री बनने की महत्वकांक्षा रखता हो। उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि क्या RG, AP और FAM काल्पनिक हैं? उन्होंने कहा कि यह उन्हीं लोगों के इनिशियल्स हैं जो उस समय निर्णय को प्रभावित करते थे, तब के रक्षा मंत्री, प्रधानमंत्री या फिर UPA के सहयोगियों के नहीं हैं।

गौरतलब है कि प्रवर्तन निदेशायल ने अगस्तावेस्टलैंड मामले में आरोपी बिचौलिए क्रिश्चियन मिशेल से पूछताछ के बाद आरोप पत्र दाखिल किया है जिसमें RG, AP और FAM शब्दों का जिक्र किया गया है। ED के मुताबिक AP का अर्थ अहमद पटेल है।

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