निषाद समाज के नेता और मछलीशहर से सांसद रामचरित्र निषाद ने बीजेपी से इस्तीफा दे दिया है। उनके साथ अमरेन्द्र निषाद ने भी बीजेपी का साथ छोड़ दिया है। निषाद समाज के इन दोनों बड़े चेहरों ने समाजवादी पार्टी ज्वाइन कर ली है। यह बीजेपी के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है। यूपी में निषाद पार्टी के गठबंधन के बाद आसार जताए जा रहे थे कि पूर्वांचल की निषाद बहुल सीट गोरखपुर पर एक बार फिर बीजेपी जीत हासिल करेगी।
शुक्रवार की शाम समाजवादी पार्टी के मुखिया और यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव की मौजूदगी में रामचरित्र निषाद और अमरेन्द्र निषाद ने समाजवादी पार्टी की सदस्यता ग्रहण की। बताया जा रहा है कि बीजेपी की ओर से दोनों को लोकसभा का टिकट देने का वादा किया था, लेकिन बाद में उन पर ध्यान नहीं दिया गया।
इस वादाखिलाफी से नाराज होकर दोनों ने बीजेपी से दूरी बना ली है। यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ गोरखपुर के नेता अमरेन्द्र निषाद को लेकर समाजवादी पार्टी से बीजेपी में आए थे। लेकिन अमरेन्द्र ने अपने साथ वादाखिलाफी होती देख समाजवादी पार्टी में घरवापसी कर ली।
अमरेन्द्र निषाद ने कहा कि योगी ने उन्हें लोकसभा चुनाव में टिकट दिलाने का वादा किया था। पर उन्होंने वादा खिलाफी की है। उधर, मछलीशहर से टिकट कटने से रामचरित्र निषाद भी बीजेपी से नाराज चल रहे थे। बता दें कि अप्रैल की शुरुआत में मछलीशहर सुरक्षित सीट से रामचरित्र का टिकट काटकर हाल में बीजेपी में आए बीपी सरोज को मौका दे दिया गया था।