अयोध्या के इन 176 मंदिरों को गिराया जाएगा, साधु-संत नाराज
राम मंदिर निर्माण मुद्दे पर मोदी सरकार चुपी साधे हुए है. वहीं राम मंदिर कब बनेगा सवाल पर बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह समेत बीजेपी के कई नेता सुप्रीम कोर्ट के फैसले की बात कहकर सवाल को टाल जाते हैं. वहीं विश्व हिंदू परिषद, RSS, साधु-संतों समेत कई लोग मोदी सरकार से नाराज नजर चल रहे हैं.
176 मंदिर गिराए जाएंगे
वहीं अब जो खबर सामने आ रही है उसके अनुसार, अयोध्या में 176 मंदिरों को गिराया जाएगा. दरअसल, अयोध्या के नगर निगम ने क्षेत्र के 176 जर्जर मंदिरों और भवनों के मालिकों को नोटिस जारी करके आगाह किया है कि या तो इन खंडहर बन चुके मंदिरों को खुद गिरा दें, नही तो नगर निगम को खुद कार्रवाई करनी होगी और इसका खर्चा भवन के मालिकों से ही वसूला जाएगा.
अंतिम नोटिस जारी
अयोध्या की पहचान और गौरव यहां के मंदिर ही हैं, लेकिन अब ये मंदिर खतरे में हैं. यहां शायद ही कोई ऐसी गली-महोल्ला होगा जहां मंदिर न हो. वहीं जिला प्रशासन और नगर निगम ने 176 मंदिरो को ढाहने का अंतिम नोटिस जारी कर दिया है.
इसलिए हैं साधु-संत नाराज
अब जरा ये समझिए. दरअसल, इन मंदिरों से सैकड़ों साधु-संतों की रोजी-रोटी भी चलती है, जिसके चलते लोगों में प्रशासन के नोटिस के प्रति नाराजगी है. साधु संतों की मांग है कि मंदिरों को गिराने की जगह इनकी मरम्मत करवाई जाए और उन्हें संरक्षित किया जाए. वहीं इस पर नगर निगम जन सहयोग से कुछ मंदिरों का जीर्णोद्वार कराने पर विचार कर रहा है, लेकिन कुछ मंदिर इतने जर्जर हो चुके हैं कि जिनकी मरम्मत भी मुश्किल है.