सुप्रीम कोर्ट के फैसले के 87 दिन बाद इसकी रूपरेखा तैयार हो चुकी है। पीएम मोदी ने संसद में अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए ट्रस्ट बनाने की घोषणा की है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद में कहा कि 67.03 एकड़ जमीन ट्रस्ट को दी जाएगी. पीएम मोदी ने कहा, ‘भगवान श्री राम की स्थिली पर भव्य राम मंदिर निर्माण के लिए ट्रस्ट पूर्ण रूप से ऑथराइज्ड होगा.’ साथ ही उन्होंने कहा, ‘सुन्नी वक्फ बोर्ड को 5 एकड़ जमीन देने के लिए यूपी सरकार से अनुरोध किया गया है. उन्होंने इस पर कार्य तेज कर दिया है.’
लोकसभा में पीएम मोदी ने कहा, ‘सभी धर्म के लोग एक हैं, परिवार के सदस्य सुखी समृद्ध हों और देश का विकास हो, इसीलिए सबका साथ सबका विकास के मंत्र पर चल रहे हैं.’ उन्होंने कहा, अयोध्या में राम धाम के निर्माण के लिए सभी लोग एक स्वर में अपना मत दें.
पीएम मोदी ने कहा, ‘अयोध्या में राम जन्मभूमि से जुड़ा है. कोर्ट के फैसले के मुताबिक उसपर रामलला का अधिकार है. कैबिनेट की बैठक में एक खास फैसला लिया गया. राम जन्मभूमि में मंदिर की निर्माण के लिए योजना तैयार की है.’
उन्होंने कहा, ‘श्री राम जन्मभूमि ट्रस्ट के लिए प्रस्ताव पारित किया गया है. वहां भव्य और दिव्य मंदिर बनेगा. अयोध्या में 5 एकड़ जमीन सुन्नी वक्फ बोर्ड को दी जाएगी. सरकार ने एक और फैसला किया है. राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र को करीब 67 एकड़ जमीन दिया जाएगा.
सुप्रीम कोर्ट के फैसले के 87 दिन बाद इसकी रूपरेखा तैयार हो चुकी है. सूत्रों के मुताबिक, इस ट्रस्ट में महंत नृत्य गोपाल दास को बड़ी जिम्मेदारी मिल सकती है. राम मंदिर ट्रस्ट में दिगंबर अखाड़ा, निर्मोही अखाड़ा और रामलला विराजमान तीनों से एक-एक सदस्य को शामिल किया जाएगा.