वाराणसी : यूपी में होने वाले आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर सबसे हॉट सीट माने जाने वाले वाराणसी जनपद में राजनैतिक सरगर्मी बढ़ गई है। BJP का गढ़ माने जाने वाले इस जिले के 8 विधानसभा सीट पर विपक्ष की कड़ी नजर है। यही कारण है कि कांग्रेस अपनी चुनावी जनसभा वाराणसी से प्रारम्भ कर रही है और इसके लिए खुद प्रियंका गांधी मैदान में उतर चुकी है। तो वही BJP अपने कार्यकर्ता और संगठन को संगठित करने में जुटी है। इन सबके बीच सपा अपने एक अलग ही अंदाज में नजर आ रही है जो बेहद ही चर्चा का कारण बना हुआ है । सपा ने अपने युवाओं की स्पेशल 22 की टीम का गठन किया है।
फ़िल्म स्पेशल 26 तो आपने देखी ही होगी कि कैसे स्पेशल टीम अपने कारनामो से सुर्खियों बटोरती है लेकिन हम आपको सपा के टीम सेशल 22 के बारे में बता रहे है जो अपने कारनामे नही बल्कि काम से सुर्खियों में है। वाराणसी में इन दिनों राजनेता आने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर बूथ स्तर पर काम कर रहे है तो समाजवादी पार्टी की टीम स्पेशल 22 घर – घर से उन युवाओं को ढूंढ रही है जो 18 साल के हुए है और उन युवाओं का वोटर आईडी कार्ड बनाने के साथ समाजवादी पार्टी के विचारधारा और विकास कार्यो को उनसे साझा कर रहें है। दरअसल सपा ने 22 में बाइसिकल का नारा दिया है और उसी के तर्ज समाजवादी पार्टी ने टीम स्पेशल 22 का गठन किया है। जो युवाओ के बीच जाकर उनकी परेशानियों को जानते और समाजवादी पार्टी के कार्यकाल में हुए कार्यों को भी बताते। यही नही इसके लिए समाजवादी पार्टी ने वाराणसी में एक “वार रूम” बनाया है , जहां से इस टीम को नियंत्रित किया जा रहा और दिशा निर्देश दिया जा रहा है।
सपा कि यह स्पेशल 22 टीम अगल – अलग दिन विधानसभा वार अपना कैंप लगा रही है और युवाओ को जोड़ रही है। स्पेशल 22 की टीम में जुड़े युवाओ की माने तो वह युवाओ के वोटर कार्ड के साथ उनकी परेशानियों को समझ रहे है और उन्ही समस्या को समाजवादी पार्टी कार्यालय भेजा जाएगा , जिसके आधार पर चुनाव का जब पूरा मेनोफेस्टो जारी हो तो युवाओ की उन समस्याओं का निवारण रखा जा सके। परेशानियों में बताया कि फिलहाल जितने भी युवाओ से उन्होंने संपर्क किया उसमे ज्यादातर युवा महंगी शिक्षा और बेरोजगारी की समस्या से जूझ रहे है ।
ज्ञात करा दें कि वाराणसी में सभी पार्टी इन दिनों विधानसभा चुनाव को लेकर एक्टिव हो गए है। सभी पार्टी उन युवा वोटरों को लुभाने में लगे है जो पहली बार वोट डालेंगे । क्योंकि सभी राजनीतिक दल जानते है कि युवा मतदाता ही उन्हें सत्ता की चाभी दिला सकते है। ऐसे में सपा की स्पेशल 22 टीम कितने युवा मतदाताओं को अपने पक्ष में करती है यह तो आने वाला समय ही बताएगा।