लखनऊ: समाजवादी सेक्युलर मोर्चा के संयोजक और पूर्व मंत्री शिवपाल सिंह यादव ने अपने भतीजे अखिलेश यादव पर जमकर निशाना साधा. शिवपाल सिंह यादव ने कहा कि अखिलेश पहले भी मुझे समाजवादी पार्टी से बर्खास्त कर चुके हैं, अब एक बार फिर कर दें. कोई फर्क नहीं पड़ता. उन्होंने दो टूक शब्दों में कहा कि सपा में मेरा कोई सम्मान नहीं था और नेताजी का आशीर्वाद मेरे साथ है.
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दरअसल, शिवपाल इन दिनों पूरे प्रदेश का दौरा कर रहे हैं. इसी क्रम में शिवपाल सिंह यादव बाराबंकी के कुर्सी कस्बे में गए थे. इस दौरान शिवपाल से जब सवाल पूछा गया कि उन्होंने अपना अलग मोर्चा बना लिया है लेकिन अभी तक समाजवादी पार्टी के विधायक हैं. क्या वह इंतजार कर रहे हैं कि अखिलेश उन्हें पार्टी से निकालें और वह उसका पॉलिटिकल माइलेज उठा सकें. इस सवाल पर शिवपाल ने कहा कि अखिलेश यादव उन्हें पहले भी सपा से बर्खास्त कर चुके हैं, एक बार और कर दें. अब मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता. उन्होंने कहा कि सपा में मेरा कोई सम्मान नहीं था इसलिए मजबूरी में मुझे यह कदम उठाना पड़ा.
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मुलायम सिंह यादव के सवाल पर शिवपाल ने कहा कि वह चाहते हैं कि नेताजी हमारी पार्टी से चुनाव लड़ें, लेकिन अगर वह हमारी पार्टी से नहीं लड़ना चाहेंगे, तब उन्हें मोर्चे का पूरा समर्थन और सहयोग रहेगा. नेताजी हमारे मार्गदर्शक हैं. मोर्चा प्रदेश की 79 सीटों पर अपने प्रत्याशी खड़ा करेगा. बस एक सीट मुलायम सिंह यादव के लिए छोड़ी जाएगी. नेता जी के सम्मान में मोर्चा उन्हें अपने टिकट पर चुनाव लड़ने के लिए आमंत्रित भी कर रहा है.
शिवपाल ने कहा कि उनके मोर्चे को 45 छोटे दलों का समर्थन हासिल है. उनके मोर्च को समान विचारधारा रखने वालों का साथ मिल रहा है. उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी समेत दूसरे तमाम दलों के उपेक्षित नेताओं को साथ जोड़कर पार्टी को मजबूत बनाया जा रहा है. समाजवादी पार्टी के हजारों कार्यकर्ता और नेता मेरे साथ हैं. 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले अपने समाजवादी सेक्युलर मोर्चा को पूरा मजबूत कर देंगे. सेक्युलर मोर्चा के समर्थन के बिना 2019 में किसी की सरकार नहीं बन सकती.
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वहीं महागठबंधन के सवाल पर शिवपाल ने कोई साफ जवाब तो नहीं दिया, लेकिन इतना जरूर कहा कि सम्मान जनक प्रतिनिधित्व मिला तो यह विकल्प बंद नहीं है. इसके साथ ही शिवपाल ने प्रदेश की कानून-व्यवस्था का मुद्दा उठाते हुए कहा कि प्रदेश सरकार से स्थिति नहीं संभल रही है. लगातार अपराध बढ़ रहे हैं.