श्रावण आज से शुरू हुआ, जानें शिव से मनचाहा वरदान पाने वाले शुभ योग

श्रावण कृष्ण प्रतिपदा से पूर्णिमा तक माह पर्यंत भगवान शिव की आराधना-अभिषेक के लिए प्रत्येक दिन शुभ है, किंतु इन दिवसों में कुछ शुभ-मुहुर्त ऐसे भी होते हैं, जिनमें शिव जी की पूजा, कांवड़ का जल, रुद्राभिषेक, आदि किया जाए तो और भी अधिक फलदायी माना जाता है।

1. इस वर्ष श्रावण का प्रथम सोमवार 22 जुलाई को है। वेदों के अनुसार, इस दिन रुद्राभिषेक करने से शिव जी प्रसन्न होते हैं और संतान सुख में बाधा नहीं आती है।

2. श्रावण मास को दूसरा सोमवार 29 जुलाई को पड़ेगा और इस दिन सोम प्रदोष व्रत भी रहेगा। इस दिन के रुद्राभिषेक करने से मानसिक अशांति, गृह क्लेश और स्वास्थ्य संबंधी चिंता दूर हो जाती है। आरोग्य की दृष्टि से किया गया अनुष्ठान विशेष लाभ प्रदान करने वाला रहेगा।

3. तीसरा सोमवार अद्भुत मुहूर्त में आ रहा है जो कि पांच अगस्त को पड़ेगा। यह दिन श्रावण के श्रेष्ठ मुहूर्तों में एक है। इस दिन पूर्णा तिथि है, सोम का नक्षत्र हस्त भी विद्यमान है और सिद्धि योग के साथ-साथ वर्ष की श्रेष्ठ पंचमी यानी नाग पंचमी भी है। जिन लोगों की कुंडली में पितृदोष या कालसर्प योग है, उन्हें इस पूजन से तत्काल शांति मिलेगी।

4. श्रावण का चौथा और अंतिम सोमवार 12 अगस्त को है। इस दिन भी सोम प्रदोष व्रत है। इस दिन शिव-पार्वती साथ-साथ पृथ्वी पर विचरण करेंगे। अत: इस दिन रुद्राभिषेक करने से सारे मनोरथ सफल होंगे।

5. श्रावण में ही एक अगस्त को दोपहर 12:12 मिनट तक गुरु पुष्य योग भी बन रहा है। अत: जन्म कुंडली के ग्रह दोषों को दूर करने के लिए यह मुहूर्त अतिशुभ फलदायी रहेगा।

6. इसके अतिरिक्त 23 जुलाई को दोपहर 01:14 मिनट तक, 25 जुलाई को सायंकाल 05:39 मिनट तक, 29 जुलाई को सायं 06:22 मिनट तक, 01 अगस्त को दोपहर 12:12 मिनट तक, 04 अगस्त के सूर्योदय से लेकर 05 अगस्त के सूर्योदय तक, 08 अगस्त की रात्रि 09:28 मिनट से 09 अगस्त की रात्रि 09:58 मिनट तक और 11 अगस्त के सूर्योदय से लेकर मध्य रात्रि 12:45 मिनट तक सर्वाद्र्धसिद्धि योग भी है, जिसमें किए गए कार्य, जप-तप, पूजा-पाठ कभी निष्फल नहीं होते।

7. 30 जुलाई को श्रावण माह मास शिवरात्रि भी है। इस दिन भगवान शिव पर जलाभिषेक करके अभीष्ट सिद्धि की जा सकती है।

Related Articles

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Stay Connected

0FansLike
0FollowersFollow
0SubscribersSubscribe

Latest Articles