यूएई में वर्ल्ड गवर्नमेंट समिट में पीएम मोदी ने कहा कि आज हम 21वीं सदी में हैं. एक तरफ दुनिया आधुनिकता की तरफ बढ़ रही तो पिछली सदी से चले आ रहे चैलेंजेस भी उतने ही व्यापक हो रहे हैं. फूड सिक्योरिटी हो, हेल्थ सिक्योरिटी हो. वाटर सिक्योरिटी हो, एनर्जी सिक्योरिटी हो, एजुकेशन सिक्योरिटी हो और समाज को इनक्लूसिव बनाना हो… हर सरकार अपने नागरिकों के प्रति अनेक दायित्वों से बंधी हुई है.
पीएम ने आगे कहा कि आज हर सरकार के सामने सवाल है कि वो किस अप्रोच के साथ आगे बढ़ें. मेरा मानना है कि आज विश्व को ऐसी सरकारों की जरूरत है जो कि इनक्लूसिव हों और सबको साथ लेकर चलें. आज विश्व को ऐसी सरकारों की जरूरत है जो स्मार्ट हों, जो टेक्नोलॉजी को बड़े बदलाव का माध्यम बनाएं.
आज विश्व को ऐसी सरकारों की जरूरत है जो क्लीन हों, करप्शन से दूर हों, जो ट्रांसपेरेंट हों. आज विश्व को ऐसी सरकारों की जरूरत है जो पर्यावरण से जुड़ी चुनौतियों को लेकर गंभीर हों. आज ऐसी सरकारों की जरूरत है जो (ईज़ ऑफ लिविंग, ईज़ ऑफ जस्टिस , ईज ऑफ मोबिलिटी, ईज ऑफ इनोवेशन, ईज़ ऑफ डुईंग बिजनेस of Doing Business को अपनी प्राथमिकता बनाकर चले.