राम मंदिर ट्रस्ट पर घोटाले के आरोप से सरगर्मियां बढ़ीं, चंपत राय ने आरोपों को सिरे से किया खारिज

नई दिल्ली: अयोध्या के राम नगरी में एक बार फिर राम मंदिर ट्रस्ट पर घोटाले के आरोप से सरगर्मियां बढ़ा गई हैं. सपा के पूर्व राज्यमंत्री तेजनारायण पांडेय पवन और आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह ने राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट पर 16.50 करोड़ की जमीन घोटाले का आरोप लगाया. इस पर राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने सारे आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया. उन्होंने कहा कि राजनीतिक विद्वेष से प्रेरित लोग जमीन खरीद के संबंध में समाज को गुमराह करने के लिए भ्रामक प्रचार कर रहे हैं.

चंपत राय ने कहा कि इस संबंध में राजनीतिक लोग भ्रामक प्रचार कर रहे हैं, जो समाज को गुमराह करने के लिए है. उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा कि समस्त रामभक्तों से निवेदन है कि वे किसी भी दुष्प्रचार में विश्वास ना करें, ताकि श्री रामजन्म भूमि पर मंदिर निर्माण का कार्य शीघ्र निर्विघ्न रूप से पूरा हो. राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने सोमवार को एक के बाद एक कई सिलसिलेवार ट्वीट किए हैं, जिसमें उन्होंने आरोपों पर जवाब देते हुए श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की खरीदी गई जमीन पर हो रहे विवाद को लेकर सफाई दी है.

महासचिव चंपत राय ने ट्वीट कर कहा कि तीर्थ क्षेत्र के साथ अनुबन्ध करने वाले व्यक्तियों के पक्ष में भूमि का बैनामा होते ही तीर्थ क्षेत्र ने अपने पक्ष में पूर्ण तत्परता एवं पारदर्शिता के साथ अनुबन्ध हस्ताक्षरित किया व पंजीकृत कराया. मूल्य पर सहमति हो जाने के पश्चात् सम्बन्धित व्यक्तियों को अपने पूर्व के अनुबन्धों को पूर्ण करना आवश्यक था, तभी सम्बन्धित भूमि तीर्थ क्षेत्र को प्राप्त हो सकती थी. श्री राम जन्म-भूमि तीर्थ क्षेत्र’ श्री राम जन्म-भूमि मन्दिर को वास्तु शास्त्र के अनुसार भव्य स्वरूप प्रदान कराने, शेष परिसर को सभी प्रकार से सुरक्षित तथा दर्शनार्थियों के लिए सुविधापूर्ण बनाने के लिए कार्य कर रहा है.

उन्होंने ट्वीट में लिखा कि तीर्थ क्षेत्र का प्रथम दिवस से ही निर्णय रहा है कि सभी भुगतान बैंक से सीधे खाते में ही किए जाएंगे, सम्बन्धित भूमि की क्रय प्रक्रिया में भी इसी निर्णय का पालन हुआ है. यह भी सुनिश्चित किया जाता है कि सरकार द्वारा लगाये गये सभी कर आदि का भुगतान हो जाए. आरोप की भाषा में वक्तव्य देने वाले व्यक्तियों ने आरोप लगाने से पहले तीर्थ क्षेत्र के किसी भी पदाधिकारी से तथ्यों की जानकारी नहीं की, इससे समाज में भ्रम की स्थिति उत्पन्न हुई है. समस्त श्री राम भक्तों से निवेदन है कि वे ऐसे किसी दुष्प्रचार में विश्वास न करें.

 

Related Articles

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Stay Connected

0FansLike
0FollowersFollow
0SubscribersSubscribe

Latest Articles