सीबीआई डायरेक्टर की नियुक्ति के लिए आज सेलेक्ट कमेटी की बैठक, वाईसी मोदी का नाम सबसे आगे
सीबीआई डायरेक्टर को लेकर चल रहा विवाद अब कुछ हद तक थम चुका है. इसी कड़ी में आगे बढ़ते हुए आज शाम को सीबीआई के नए डायरेक्टर की नियुक्ति के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली सेलेक्ट कमेटी की मीटिंग बुलाई गई है.
आपको बता दें कि ये मीटिंग प्रधानमंत्री निवास पर होने वाली है. और इस मीटिंग में प्रधानमंत्री मोदी के अलावा मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई और लोकसभा में नेता विपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे शामिल होंगे. बता दें कि इससे पहले भी 10 जनवरी को सेलेक्ट कमेटी की बैठक हुई थी. इस बैठक में सीबीआई के डायरेक्टर आलोक वर्मा को हटाने का फैसला लिया गया था. इसके बाद से ही डायरेक्टर की पद खाली है.
राव की नियुक्ति को बताया गैरकानूनी
गौरतलब है कि सेलेक्ट कमेटी की मीटिंग 21 जनवरी को होन वाली थी, लेकिन खड़गे के अनुरोध पर इसे टाल दिया गया था. फिलहाल एम नागेश्वर राव सीबीआई के अंतरिम डायरेक्टर हैं. उनकी नियुक्ति के बाद काफी विवाद खड़ा हुआ था. इसको लेकर खड़गे ने पीएम को एक पत्र भी लिखा था. खड़गे ने इस पत्र में राव की नियुक्ति को गैरकानूनी बताया था और बिना किसी देरी के नए CBI प्रमुख की नियुक्ति के लिए चयन समिति को बुलाने के लिए निवेदन किया था.
17 आईपीएस अधिकारियों की बनी लिस्ट
सीबीआई के नए डायरेक्टर की नियुक्ति के लिए केंद्रीय गृह मंत्रालय ने पहले ही एक लिस्ट तैयार कर ली है. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इस लिस्ट में 1983, 1984 और 1985 बैच के 17 सीनियरमोस्ट IPS अधिकारियों को शामिल किया गया है. जानकारी के लिए बता दें कि इस लिस्ट को समीक्षा के लिए डिपार्टमेंट ऑफ पर्सनल एंड ट्रेनिंग के पास भेज दिया गया है. यह डिपार्टमेंट सभी ऑफिसर की एंटी करप्शन केस के इन्वेस्टिगेशन के दौरान दिखाई गई सीनीयॉरिटी, इंटे्ग्रिटी और एक्सपीरियंस की जांच करेगी.
वाई सी मोदी है प्रबल दावेदार
इसके बाद सेलेक्ट कमेटी यानि पीएम मोदी, CJI रंजन गोगोई और खड़गे को तीन नाम भेजे जाएंगे, जिसमें से किसी एक नाम पर मुहर लगाई जाएगी. इस पद के लिए वाईसी मोदी की दावेदारी सबसे आगे है. आपको बता दें कि असम और मेघालय कैडर के आईपीएस अफसर वाईसी मोदी सुप्रीम कोर्ट द्वारा नियुक्त स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम के हिस्सा थे, जिसने 2002 के गुजरात दंगों की जांच की थी.