लखनऊ: प्रवीण तोगड़िया ने लखनऊ के कृष्णानगर स्थित ईको गार्डेन से केंद्र सरकार को कड़ी चेतवानी दी है. केंद्र सरकार को चेतावनी देते हुए अंतर्राष्ट्रीय हिंदू परिषद (अहिप) के अध्यक्ष प्रवीण तोगड़िया ने कहा कि राम मंदिर निर्माण को लेकर कानून बनाया जाए, नहीं तो वह दूसरा प्रधानमंत्री ढूंढ लेंगे. लखनऊ के कृष्णानगर स्थित ईको गार्डेन में अहिप के ‘अयोध्या चलो’ अभियान के तहत आयोजित जनसभा को संबोधित करते हुए तोगड़िया ने कहा ‘किसी व्यक्ति से हमें प्रेम नहीं है. जो राम का सम्मान न कर सके वह किसी काम का नहीं है.’ साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि राम मंदिर निर्माण के मुद्दे पर भाजपा लोकसभा में 2 सीटों से लेकर पूर्ण बहुमत की सरकार तक पहुंची है. भाजपा ने हिमाचल प्रदेश के राष्ट्रीय अधिवेशन में कानून बनाकर अयोध्या में राम मंदिर बनवाने का प्रस्ताव पारित किया था, लेकिन साढ़े 4 साल सम्पात होने के बाद नरेंद्र मोदी अब अयोध्या आना तक भूल गए.
उन्होंने कहा, ‘सरकार जब एससी-एसटी एक्ट और तीन तलाक पर अध्यादेश ला सकती है तो राम मंदिर के लिए अध्यादेश क्यों नहीं ला सकती. राम जन्मभूमि पर भव्य मंदिर निर्माण के मुद्दे पर किसी कोर्ट के आदेश पर निर्भर नहीं रहेंगे.’ तोगड़िया ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी युवाओं को रोजगार, सस्ती शिक्षा, करमुक्त किसान और सस्ता पेट्रोल देने तक में नाकाम रहे हैं. अहिप का संघर्ष अयोध्या में राम मंदिर बनाने के साथ युवाओं को रोजगार, विद्यार्थियों को सस्ती शिक्षा, सस्ता पेट्रोल और कर्ज मुक्त किसान के लिए भी है.
यह भी पढ़े: राम मंदिर निर्माण मुद्दा: अध्यादेश को लेकर बीजेपी के इस नेता ने दिया ये बड़ा बयान
वहीं रविवार को प्रवीण तोगड़िया अपने समर्थकों के साथ लखनऊ के इको गार्डन पार्क में थे. जहां उन्होंने जनसभा को संबोधित किया. यहां देश के अलग-अलग राज्यों से मंदिर के निर्माण के लिए लोग पहुंचे.
तोगड़िया 21 अक्टूबर को यात्रा निकालने पर अड़े थे, जिसके बाद यूपी सरकार की तरफ से उन्हें लिखित इजाजत मिल गई है. वहीं रविवार को अपने समर्थकों के साथ लखनऊ से ‘संकल्प सभा’ आयोजित कर अयोध्या यात्रा की शुरूआत कर रहे हैं. यात्रा के शाम तक अयोध्या पहुंचने का अनुमान है. उन्होंने बताया कि शनिवार देर रात प्रशासन की तरफ से उन्हें लखनऊ में सभा करने और अयोध्या यात्रा निकालने की मिल गई. उनकी यात्रा और सभा पूर्णत: अहिंसक और शांतिपूण होगी.
उन्होंने कहा कि ये यात्रा अयोध्या राम मंदिर निर्माण के लिए सरकार पर दबाव बनाने के लिए है, जिसके द्वारा छात्रों, किसानों और बेरोजगारों के उन मुद्दों को वो उठाएंगे जिन्हें पूरा करने का वादा तो किया गया था, लेकिन अब तक उन्हें पूरा नहीं किया गया है. वहीं मिली जानकारी के मुताबिक तोगड़िया 22 और 23 अकटूबर को अयोध्या में एक कार्यक्रम में भाग लेंगे और 23 अक्टूबर को वो एक बड़ा राजनीतिक फैसला भी ले सकते हैं.