यूपी के बहराइच में बीजेपी एमएलए के पति की दबंगई सामने आई है। नानपारा विधानसभा से विधायक माधुरी वर्मा के पति और पूर्व विधायक दिलीप वर्मा ने नानपारा तहसीलदार मधुसूदन आर्या को जमकर पीट दिया।
चौंकाने वाली बात ये है कि तहसीलदार कार्यालय में हुई इस घटना के दौरान पुलिस के अधिकारी भी मौजूद थे। एएसपी और सीओ के सामने आरोपी पूर्व विधायक ने कई थप्पड मारे, और समर्थकों के साथ गाड़ी में बैठकर भाग गया।
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जिसके बाद नाराज तहसील और राजस्वकर्मियों ने कार्य बहिष्कार कर दिया। कर्मचारियों ने पूर्व विधायक के खिलाफ केस दर्ज करने की मांग की। मामला तूल पकड़ता देख पूर्व विधायक ने समर्थकों के साथ नानपारा कोतवाली पहुंच गए, और कोतवाली का घेराव कर दिया। इस दौरान आरोपी सीओ वीपी सिंह से भी भिड़ गया। दोनों में जमकर बहस हुई। वहीं तहसीलदार की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया।
घटना का वीडियो सोशल मीडिया में वायरल
घटना के दौरान किसी ने पूरे मामले का वीडियो बना लिया। जो कुछ ही देर में सोशल मीडिया में वायरल हो गया। तहसीलदार के मुताबिक कार्यालय में बैठकर विभागीय कार्य कर रहे थे। तभी पूर्व विधायक समर्थकों संग कार्यालय पहुंचे। इस दौरान गैरकानूनी काम का दबाव बनाने लगे। बातचीत के दौरान ही पूर्व विधायक ने तहसीलदार को तमाचा जड़ दिया, इसके बाद चप्पल निकाल ली। इस दौरान मौके पर एएसपी और सीओ भी मौजूद थे। वहीं मारपीट के बाद पूर्व विधायक गालियां देते हुए कार्यालय से पुलिस के सामने फरार हो गया।
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विवादों से रहा है पूर्व विधायक का नाता
आरोपी पूर्व विधायक दिलीप वर्मा का विवादों से पुराना नाता रहा है। साल 2005-06 में रामगांव थाना में तैनात सिपाही की पिटाई कर दी थी। इसके अलावा जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव में मतदान के दिन कलेक्ट्रेट के पास जिला पंचायत सदस्य से भिड़ गए थे। सिपाही की पिटाई के मामले में न्यायालय ने इन्हें सजा दे दी थी। काफी दिनों तक जेल में भी बंद रहे। इसके अलावा कुछ दिनों पहले आरोपी ने नानपारा चीनी मिल में भी उपद्रव किया था।
सियासी पार्टियों में है ऊंची पकड़
तहसीलदार को पीटने वाला आरोप दिलीप वर्मा साल 1993 में समाजवादी पार्टी के टिकट पर महसी विधानसभा से पहली बार विधायक बना था। साल 1996 में एसपी के टिकट पर दूसरी बार विधायक, फिर 2002 में एसपी के ही टिकट पर चुनाव हार गए। वहीं 2003 में महसी से बीएसपी विधायक अली बहादुर की मौत के बाद मध्यावधि चुनाव 2004 दोबारा सपा से जीत गया।
दल बदल का रहा है इतिहास
2007 में सपा से अलग होकर बेनी प्रसाद वर्मा की पार्टी समाजवादी क्रांति दल से चुनाव लड़ा, लेकिन यहां हार हाथ लगी। बाद में दिलीप वर्मा बीएसपी में चला गया। जहां बीएसपी ने पत्नी माधुरी वर्मा को एमएलसी बना दिया। इसी बीच पिटाई के मामले में सजा मिलने के बाद चुनाव लड़ने से वंचित कर दिया गया। साल 2012 में पूर्व विधायक ने एमएलसी पत्नी को कांग्रेस के टिकट पर नानपारा विधानसभा से चुनाव लड़वाया और जीतने में सफल रहे। वर्ष 2017 में पूर्व विधायक बीजेपी में चले गए और पत्नी माधुरी को बीजेपी से टिकट दिलवाकर विधायक बनवाया।