रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध को 17 महीने पूरे हो चुके है। 24 फरवरी, 2022 को रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के आदेश पर रुसी सेना ने यूक्रेन में घुसपैठ करते हुए जंग की शुरुआत की थी। तब शायद ही किसी ने सोचा होगा कि यह युद्ध कुछ दिन से ज़्यादा चलेगा। पर अब इस युद्ध को चलते हुए 17 महीने पूरे हो चुके हैं और अभी भी यह युद्ध जारी है। इस युद्ध की वजह से यूक्रेन को जान-माल का भारी नुकसान हो चुका है। यूक्रेन के कई शहर तबाह हो चुके हैं। पर इस युद्ध की वजह से रूस को भी काफी नुकसान हो चुका है। बड़ी तादाद में रुसी सेना के सैनिक इस युद्ध में मारे जा चुके हैं।
एक समय पर किसी ने भी नहीं सोचा था कि यूक्रेन की सेना इस युद्ध में ज़्यादा समय तक टिक पाएगी। पर लगातार मिल रहे इंटरनेशनल सपोर्ट की वजह से यह संभव हो सका। यूक्रेन की मदद करने वाले देशों की बात करें, तो इस लिस्ट में सबसे ऊपर नाम अमरीका का है। अमरीका ने इस युद्ध में शुरू से यूक्रेन की मदद की है और अब जल्द ही यूक्रेन को और मदद भेजने की तैयारी में है।
⚡️AP: US to send Ukraine up to $400 million in additional military aid.
The package will include ammunition for High Mobility Artillery Rocket Systems, National Advanced Surface-to-Air Missile Systems, and Stinger surface-to-air missiles, the Associated Press reported.
— The Kyiv Independent (@KyivIndependent) July 25, 2023
रूस को जल्द ही झटका लगने वाला है। और रूस को यह झटका किसी और की वजह से नहीं, बल्कि अमरीका की वजह से लगेगा। इसकी वजह है अमरीका का हाल ही में लिया गया एक फैसला। अमरीका अब तक इस युद्ध में बड़े लेवल पर यूक्रेन की मदद कर चुका है। अमरीकी राष्ट्रपति जो बाइडन यह साफ भी कर चुके हैं कि जब तक युद्ध चलेगा, तब तक अमरीका यूक्रेन की मदद करना जारी रखेगा। कुछ दिन पहले ही अमरीका ने यूक्रेन के लिए 1.3 बिलियन डॉलर्स (भारतीय करेंसी में करीब 10 हज़ार करोड़ रुपये) की सैन्य मदद का ऐलान किया था। अब हाल ही में अमरीका ने यूक्रेन के लिए 400 मिलियन डॉलर्स (भारतीय करेंसी करीब 3,200 करोड़ रुपये) की एक्स्ट्रा सैन्य मदद देने का ऐलान किया है।
जानकारी के अनुसार अमरीका की तरफ से यूक्रेन को दिए जाने वाले एक्स्ट्रा सैन्य मदद के पैकेज में हाई मोबिलिटी आर्टिलरी रॉकेट सिस्टम के लिए गोला-बारूद, नेशनल एडवांस्ड सरफेस टू एयर मिसाइल सिस्टम्स और स्टिंगर सरफेस टू एयर मिसाइलें जैसे दमदार हथियार होंगे।