कानपुर: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महत्वाकांक्षी ‘बुलेट ट्रेन’ का एहसास कराने वाली भारत की पहली सबसे तेज गति इंजनरहित सेमी हाई-स्पीड ट्रेन ‘वंदे भारत एक्सप्रेस’ आम जनता के लिए शुरु हो गई है. इस बीच खबर है कि सबकुछ ठीक रहा तो नवंबर से वंदेभारत (Train-18) एक्सप्रेस कानपुर से दिल्ली के बीच दौड़ना शुरु कर देगी.
आपको बता दें कि इसकी क्षमता 180 किमी. प्रति घंटा है. इसी गति से इसका ट्रायल भी कानपुर से दिल्ली के बीच हो चुका है. लेकिन ट्रेन शुरु करने से पहले कानपुर से टूंडला के बीच ट्रैक के दोनों ओर बाउंड्री बनेगी. इसके लिए रेल मंत्रालय ने 200 करोड़ रुपए जारी कर दिए हैं. मार्च 2019 से बाउंड्री खिंचने का काम शुरु हो जाएगा.
180 किमी. की गति से चलाने का हुआ था फैसला
रेलवे अफसरों ने बताया कि वंदेभारत एक्सप्रेस ट्रेन को पहले दिल्ली से कानपुर के बीच 180 किमी की गति से चलाने का फैसला लिया गया था. इसके बाद मुख्य संरक्षा आयुक्त ने रेलवे ट्रैक दोनों ओर से खुला होने के कारण इसकी गति कम कर दी. उन्होंने सुझाव दिया था कि पहले ट्रैक को दोनों तरफ से कवर्ड किया जाए उसके बाद ही वंदेभारत समेत दूसरी ट्रेनों की गति बढ़ाई जानी चाहिए.
चेयरमैन ने रेल मंत्री को दिखाया था खुला ट्रैक
रेलवे अफसरों ने बताया कि बीती 15 फरवरी को दिल्ली से कानपुर तक रेल मंत्री पीयूष गोयल ने वंदेभारत एक्सप्रेस से सफर किया था। इस दौरान रेलवे बोर्ड के चेयरमैन वीके यादव ने दोनों ओर से खुले ट्रैक को दिखाया था। कहा था कि ट्रैक कवर होने से ट्रेन को पूरी गति यानी 180 किमी. की गति से चलाने में कोई दिक्कत नहीं होगी।