लोकसभा चुनाव का दौर चल रहा है. सभी पार्टियां पूरे दमखम से प्रचार करने में लगी हुई हैं. इसके साथ ही राजनीतिक पार्टियां एक दूसरे की पोल खोलकर जमकर प्रहार करने में लगी हैं. वहीं
भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी ने ब्लॉग लिखकर मौजूदा बीजेपी के तौर तरीके पर सवाल उठाया है. उन्होंने कहा कि बीजेपी ने शुरू से ही राजनीतिक विरोधियों को दुश्मन नहीं माना. जो हमसे राजनीतिक तौर पर सहमत नहीं हैं इन्हें देश विरोधी नहीं कहा. आडवाणी ने आगे लिखा, ‘पार्टी नागरिकों के व्यक्तिगत और राजनीति पसंद की स्वतंत्रता के पक्ष में रही है.
यही नहीं अपने ब्लॉग में बीजेपी नेता आडवाणी ने भले ही दबे स्वर में जिक्र किया हो पर उन्होंने स्पष्ट लहजे में कहा कि ‘राष्ट्र सबसे पहले, फिर दल और अंत में मैं’. उन्होंने इसे अपने ब्लॉग का शीर्षक भी बनाया है. उन्होंने इस ब्लॉग में 6 अप्रैल को बीजेपी की स्थापना दिवस का हवाला देते हुए याद दिलाया कि वो भारतीय जनसंघ और भारतीय जनता पार्टी दोनों के संस्थापक सदस्य हैं और लगभग पिछले सत्तर साल से देश की सेवा कर रहे हैं. साथ ही आडवाणी ने गांधीनगर के लोगों का शुक्रिया भी अदा किया जहां से वो 6 बार सांसद रह चुके हैं.
अपने सिध्दांतों के बारे में चर्चा करते हुए आडवाणी ने लिखा कि उनके लिए पहले राष्ट्र, फिर दल और अंत में मैं…और मैंने हमेशा उसपर चलने की कोशिश की है. भारतीय लोकतंत्र की ख़ासियत रही है विविधता और अभिव्यक्ति की आज़ादी. बीजेपी ने शुरुआत से ही अपने विरोधियों को दुश्मन नहीं माना. हमसे सहमत न रहने वालों को भी कभी राष्ट्र विरोधी नहीं कहा. सत्य, राष्ट्र निष्ठा व लोकतंत्र पर मेरी पार्टी का विकास हुआ.
फिलहाल, बीजेपी के वरिष्ठ नेता आडवाणी को टिकट नहीं दिया गया है. उनकी जगह अमित शाह को गांधीनगर सीट से टिकट मिला है और वह यहां से चुनाव लड़ेंगे.