भारतीय सिनेमा में ट्रेजडी किंग नाम से मशहूर दिलीप कुमार एक बेहतरीन अभिनेता थे। दुखद सीन में अपनी मार्मिक एक्टिंग से सबके दिल को छु लेने की वजह से इन्हें ट्रेजडी किंग कहा गया। सिनेमा में उनके योगदान के अलावा भारत और पाकिस्तान के बीच तल्खी को कम करने में दिलीप ने अपनी भूमिका निभाई है। लेकिन इस पाक मकसद के बावजूद दिलीप कुमार पर पाकिस्तानी जासूस होने का इल्जाम लगा था।
दरअसल, दिलीप कुमार की कंपनी सिटीजन फिल्म्स के प्रोडक्शन विभाग के एक कर्मचारी का संबंध पड़ोसी देश से पाया गया था। वह पूर्वी पाकिस्तान (अब बांग्लादेश) का था और इस महानायक ने उसे निरापद आदमी समझकर रख लिया था। छापेमारी में सरकार को दिलीप कुमार के घर कोई भी संदेहास्पद चीज नहीं मिली जिससे कि उन्हें आरोपित किया जा सके।
सरकार ने तो अपनी कार्रवाई कर ली लेकिन इस घटना से दिलीप साहब बेहद आहत हुए। उन्हें यकीन हो गया कि मुसलमान होने के कारण उन पर जासूस होने का शक किया गया। इस मामले में नेहरूजी के जीवनकाल में ही सरकार ने संसद में बयान देकर स्पष्ट किया था कि ‘अंतराष्ट्रीय गतिविधियों’ से दिलीप कुमार का कोई संबंध नहीं है।