आपने किसी ऐसे आम के बारे में सुना है, जिसकी कीमत इतनी हो कि आप उस कीमत में एक ब्रैंड न्यू कार को घर ले आएं। अगर नहीं सुना तो आज हम आपको एक ऐसे ही आम के बारे में बताएंगे जिसे खरीदने में आपको काफी सोचना पड़ सकता है। यह आम इस समय पश्चिमी बंगाल के सिलीगुड़ी में चल रहे मैंगो फेस्टिवल की शोभा बढ़ा रहा है।
दरअसल, पश्चिमी बंगाल के सिलीगुड़ी में 9 जून से तीन दिवसीय मैंगो फेस्टिवल चल रहा है। जिसमें इस बार दुनिया के सबसे महंगे आम ‘मियाजाकी’ (Miyazaki) का प्रदर्शन किया गया। इस आम की अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत पूरे 2.75 लाख रुपए प्रति किलो हो सकती है। इस किस्म के दो किलो आम खरीदने में इतने पैसे खर्च होंगे कि एक कार खरीदी जा सकती है।
जाहिर है कि सिलीगुड़ी में आयोजित 7वें मैंगो फेस्टिवल की शुरुआत 9 जून को हुई थी। इस कार्यक्रम का आयोजन एसोसिएशन फॉर कंजर्वेशन एंड टूरिज्म (एसीटी) के सहयोग से मोडेला केयरटेकर सेंटर एंड स्कूल (एमसीसीएस) द्वारा एक मॉल में किया जा रहा है। महोत्सव में आम की 262 से अधिक किस्मों को प्रदर्शित किया गया है।
आपको बता दें कि मियाजाकी आम का उत्पादन जापान के मियाजाकी शहर में किया जाता है। जहां आम हरे या पीले रंग के होते हैं तो वहीं मियाजाकी आम के छिलके का रंग लाल होता है। इन आमों का आकार बिल्कुल डायनासोर के अंडे जैसा होता है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, एक मियाजाकी आम का वजन कम से कम 350 ग्राम होना चाहिए। इसमें चीनी की मात्रा 15% या उससे अधिक होनी चाहिए।
मियाजाकी आम की खेती के लिए लंबे समय तक तेज धूप, गर्म मौसम और भरपूर बारिश की जरूरत होती है। प्रत्येक आम के चारों ओर एक सुरक्षात्मक जाल भी होता है जिससे धूप उस पर समान रूप से पड़ सके और उसे एक अनूठा आकार दे सके। मियाजाकी शहर में 1984 में आम की खेती शुरू हुई थी। यह आम अप्रैल से अगस्त तक उपलब्ध होता है। मई से जून के बीच अधिकांश आम बिक जाते हैं। जापान के थाईलैंड, फिलीपींस और भारत में भी मियाजाकी आम की खेती होती है।