चेतावनी के बाद नहीं सुधरे अधिकारियों पर गिरी गाज, 43 अधिकारियों के तबादले, दो सस्पेंड
यूपी में बिगड़ती कानून व्यवस्था और बार-बार ताकीद करने के बाद भी न सुधरने वाले अधिकारियों पर गाज गिरनी शुरु हो गई है. जिलों में हो रही घटनाएं, और सीएम दफ्तर तक पहुंची शिकायतों पर सीएम योगी आदित्यनाथ बेहद नाराज हैं. योगी की नाराजगी का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है, कि उन्होंने अपने जिले गोरखपुर के सीओ ट्रैफिक और एडीजी ट्रैफिक पर कार्रवाई की और फिर बड़ी संख्या में पुलिस अधिकारियों के तबादले कर दिए. अब वहीं औरैया मामले में सीओ और एसडीएम को सस्पेंड कर दिया है.
29 आईपीएस, 14 पीपीएस के तबादले
सीएम योगी आदित्यनाथ की ये कड़ी कार्रवाई अनायास नहीं है. सीएम पहले दीपावली में अयोध्या की तैयारी और फिर देवदीपावली के साथ एमपी छत्तीसगढ़ और राजस्थान चुनाव में प्रचार करने में व्यस्त थे. वहीं अधिकारियों की शिकायतें लगातार उनको मिल रही थी. पर कार्रवाई पर निर्णय नहीं हो पा रहा था. सीएम को जैसे ही थोड़ा समय मिला सबसे पहले प्रदेश की कानून व्यवस्था दुरुस्त करने का निर्णय लेते हुए 29 आईपीएस और 14 पीपीएस अधिकारियों का तबादला कर दिया.
आईपीएस सुनील कुमार को मिली तैनाती
तबादला लिस्ट आने के साथ ही विवादों में भी आ गई है. क्योंकि आईपीएस सुनील कुमार जिनपर कासगंज दंगे न रोक पाने का दाग है उनको रायबरेली का चार्ज दिया गया है. ये दंगा तिरंगा यात्रा के दौरान कासगंज में हुआ था. जिसमें चंदन गुप्ता नाम के युवक की जान चली गई थी. सुनील कुमार को चार्ज दिए जाने के बाद सियासी गलियारों में चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया है. वहीं सुनील कुमार की तैनाती पर बीजेपी नेताओं में नाराजगी है. साथ ही कुछ नेताओं ने सुनील कुमार की शिकायत सीएम से भी की है.
एसएसपी गोरखपुर पर गिरी गाज
वहीं इस लिस्ट में गोरखपुर के एसएसपी शलभ माथुर का भी नाम था. माथुर को डीजीपी मुख्यालय से अटैच किया गया है. जिनको हटाने के पीछे सीओ ट्रैफिक वसूली मामले की कड़ी का हिस्सा माना जा रहा है, जिसमें एडीजी ट्रैफिक की भी कुर्सी जा चुकी है. मंगलवार को देर रात में आई इस लिस्ट में कुछ ऐसे भी नाम थे जिनपर सीएम काफी दिनों से नाराज थे.
बुधवार सुबह भी सीएम ने औरैया के दो अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया. जिनपर अयोध्या महासभा में जा रहे विहिप और संघ के कार्यकर्ताओं को रोकने का आरोप है. औरैया के एसडीएम और सीओ को सरकार ने जिलाधिकारी की रिपोर्ट के आधार पर सस्पेंड किया गया है. जिनपर महासभा के लिए जा रहे कार्यकर्ताओं के साथ बदसलूकी का आरोप है.