कांवड़ियों पर फूल बरसाने वाले एडीजी समेत तीन पुलिस अफसरों को योगी ने किया सम्मानित

लखनऊ : राजधानी में चल रहे पुलिस वीक का शुक्रवार को मुख्यमंत्री के सम्बोधन के साथ समापन हुआ. इस दौरान एडीजी मेरठ जोन प्रशांत कुमार, डीआईजी कानून व्यवस्था प्रवीण कुमार, एसएसपी एसटीएफ अभिषेक सिंह, इंस्पेक्टर अल्का ठाकुर, कांस्टेबल अजय ​कुमार सिंह, कांस्टेबल सुदीप ​कुमार कटियार को मुख्यमंत्री उत्कृष्ट वीरता पुरस्कार से भी नवाज़ा गया.

मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार में पुलिस को बेहतर काम करने का मौक़ा मिला है लेकिन इसके बावजूद पुलिस को आम जनता के और करीब जाने की जरूरत है.

उल्लेखनीय है कि वीरता के लिए पुरस्कृत होने वाले एडीजी प्रशांत कुमार वही हैं जिन्होंने सावन के महीने में कांवड़ियों पर हेलीकाप्टर से फूल बरसाए थे. इसको लेकर वो सोशल मीडिया पर आलोचना का विषय बने थे. बावर्दी एक एडीजी का धार्मिक आयोजन में भक्त की तरह पेश आना बहुत चर्चा में रहा.

 

ये भी पढ़ें- Universal Basic Income: हर महीने आपके खाते में आने वाले हैं पैसे! ये है मोदी स्कीम

बहरहाल प्रशांत कुमार ने अपने कृत्य को यह कह कर जस्टिफाई किया था कि कांवड़िये मेहमान की तरह होते हैं और मेहमानों का स्वागत करने में कोई हर्ज नहीं है. चूंकि मुख्यमंत्री खुद कांवड़ यात्रा को लेकर बहुत संजीदा रहे हैं लिहाजा एडीजी ने जो किया उसे मुख्यमंत्री की निगाह में अच्छा बनने की कोशिश ही माना गया. फिलहाल अब वीरता के नाम पर मुख्यमंत्री के हाथों उनका सम्मान हुआ है.

पुलिस वीक के समापन के अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि पौने दो साल में उनके पास 77 लाख शिकायतें आई हैं, जिसमें से 72 लाख का निस्तारण हो चुका है. बचे हुए 5 लाख मामलों में समयबद्ध कार्रवाही की जा रहीं है. जनता दर्शन कार्यक्रम से लोगों को फायदा मिला है. मुख्यमंत्री ने कहा कि किसी जिला में अच्छा काम करने वाले आईपीसएस अधिकारी को जनता तबादले के बाद भी सराहना करती है, लेकिन ख़राब अधिकारी के जाने के बाद मंदिर में प्रसाद चढ़ता है और कहते हैं कि बढ़िया हुआ बला से छुट्टी मिली. हमारी सरकार में पुलिस को बेहतर काम करने का मौका मिला.

ये भी पढ़ें- बीजेपी ने ट्वीट किया ‘The Accidental Prime Minister’ का ट्रेलर, कांग्रेस बोली – बीजेपी का फेक प्रोपगेंडा

पुलिस के आक्रामक तेवर देखते हुए करीब 12000 कैदियों ने बेल निरस्त करवा ली और जेल चले गए. सीएम ने कहा कि पुलिस द्वारा अपराधियों के खिलाफ चलाये गए ऑपरेशन के बाद सैकड़ों दुर्दांत अपराधी मारे गए. इसके चलते प्रदेश में 5 लाख करोड़ रुपये के निवेश का प्रस्ताव आया है और यह सिर्फ प्रदेश के भीतर सुरक्षा के एक बेहतर वातावरण के कारण संभव हुआ है.

Related Articles

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Stay Connected

0FansLike
0FollowersFollow
0SubscribersSubscribe

Latest Articles