लोकसभा चुनाव के तारीखों के ऐलान हो चुका है. साथ ही चुनावी प्रचार और रैलियों भी जोरो पर है। हर दल दूसरे पर आचार संहिता उल्लंघन का आरोप लगा रहा है और शिकायत करने के लिए चुनाव आयोग का दरवाजा भी खटखटा रहे हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ शिकायत करने के लिए शुक्रवार को कांग्रेस का एक प्रतिनिधिमंडल चुनाव आयोग पहुंचा और बीजेपी की ओर से किए जा रहे आचार संहिता के दुरुपयोग की शिकायत की.
पूर्व केंद्रीय मंत्री आरपीएन सिंह की अगुवाई में कांग्रेस के प्रतिनिधिमंडल ने चुनाव आयोग से 3 मुद्दे उठाए. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आरपीएन सिंह ने आयोग के साथ बैठक के बाद कहा कि आयोग से आचार सहिंता लगे होने के बावजूद पेट्रोल पंपों और एयरपोर्ट पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लगे पोस्टर्स के बारे में शिकायत करने के अलावा कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को लेकर बीजेपी नेता की तरफ से की जा रही अश्लील टिप्पणियों और सेना का इस्तेमाल पर रोक लगाए।
उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग ने उनसे कहा कि आज रात तक रिपोर्ट आ जाएगी कि प्रधानमंत्री के कितने पोस्टर और बैनर के पेट्रोल पंपों और एयरपोर्ट पर लगे हैं. इन्हें हटाने का काम भी जारी है. इस संबंध में चुनाव आयोग आज रात विस्तार से जानकारी देगा.
आरपीएन ने आगे कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को लेकर जो अश्लील बयान बीजेपी के नेता और कैबिनेट मंत्री दे रहे हैं उस पर भी संज्ञान लिया जाए. इस आरोप पर आयोग ने प्रतिनिधिमंडल से कहा कि ऐसे विवादित टेप मंगवाए गए हैं.
कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल ने आयोग के सामने सेना का इस्तेमाल नहीं किए जाने की बात कही तो आयोग ने उनको बताया कि वह इस संबंध में पहले ही निर्देश दे चुका है.
ऐसा पहली बार नहीं है कि अन्य दलों की ओर से आचार संहिता का उल्लंघन किए जाने की शिकायत किसी अन्य दल ने की है. इससे पहले दिल्ली प्रदेश कांग्रेस ने केंद्र की मोदी सरकार और दिल्ली की केजरीवाल सरकार पर चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन का आरोप लगाते हुए आयोग में शिकायत कर चुकी है. कांग्रेस ने पिछले दिनों आचार संहिता लागू होने के बाद भी पेट्रोल पंप, मेट्रो स्टेशन, मोहल्ला क्लिनिक, डीटीसी बसों और केंद्रीय सरकार समेत दिल्ली सरकार के कई सरकारी भवनों पर भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की तस्वीरों वाले पोस्टर, बैनर और होर्डिंग्स लगे होने पर ऐतराज जताया था. कांग्रेस ने आचार संहिता के उल्लंघन के प्रमाण सौंपते हुए आम आदमी पार्टी और बीजेपी के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की.
दूसरी ओर, कल यह खबर आई थी कि महाराष्ट्र के कई मंत्रियों, सांसदों और विधायकों ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से सेना की तस्वीरें नहीं हटाई है.