नई दिल्ली: लंबे समय से भाजपा से टिकट पाने की जद्दोजहद में लगे बीजेपी के मौजूदा सांसद उदित राज को पार्टी ने इस बार टिकट नहीं दिया है। बीजेपी ने उनकी जगह दिल्ली की नॉर्थ-वेस्ट सीट से सिंगर हंसराज हंस पर भरोसा जताया है। इस पर सुबह उदित राज ने ट्विटर पर अपने नाम के आगे से चौकीदार हटा दिया था, लेकिन शाम को साढ़े चार बजे के आस-पास एक बार फिर उनके ट्विटर हैंडल को देखा गया तो उदित राज के नाम के आगे एक बार फिर चौकीदार लगा मिला।
बता दें कि प्रधानमंत्री मोदी के ट्विटर पर अपने नाम के आगे चौकीदार जोड़ने के बाद बीजेपी के कई बड़े नेता और सांसदों ने अपने नाम के आगे चौकीदार जोड़ लिया था। उदित राज भी उन्हीं में से एक थे। लेकिन टिकट नहीं मिलने के बाद उदित राज ने अपने नाम के आगे से चौकीदार शब्द हटा लिया था। जिसे एक बार फिर जोड़ लिया गया है।
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भाजपा ने उदित की जगह हंसराज हंस ओ टिकट दिया है, बताया जा रहा है कि वाब आज ही अपना नामांकन दाखिल करेंगे। हंसराज हंस ने 2016 में बीजेपी ज्वॉइन किया था। बता दें कि सोमवार तक बीजेपी ने दिल्ली की सात में से छह सीटों पर अपने प्रत्याशियों की घोषणा कर दी थी। उत्तर-पश्चिम सीट को लेकर संशय बना हुआ था। इस सीट से बीजेपी के सांसद उदित राज ने कहा था कि अगर पार्टी उन्हें टिकट नहीं देगी तो वे पार्टी छोड़ देंगे। उदित राज की इस धमकी को दरकिनार करते हुए बीजेपी ने हंस राज हंस को प्रत्याशी बना दिया है।
अपनी इंडियन जस्टिस पार्टी का बीजेपी में विलय करने वाले उदित राज का राजनीतिक जीवन काफी दिलचस्प रहा है। उत्तर प्रदेश के रामनगर में जन्मे उदित राज ने इलाहाबाद यूनिवर्सिटी और दिल्ली स्थित JNU से पढ़ाई पूरी की है। अनुसूचित जाति और जनजाति समुदाय के अधिकारों को लेकर सक्रिय रहने वाले उदित राज कॉलेज के समय से ही मुखर रहे हैं।
उदित राज 1988 में भारतीय राजस्व सेवा के लिए चुने गए और दिल्ली में आयकर विभाग में उपायुक्त, संयुक्त और अतिरिक्त उपायुक्त के पदों पर अपनी सेवाएं दीं। हिंदू धर्म की जाति व्यवस्था के आलोचक उदित राज ने 2001 में बौद्ध धर्म स्वीकार किया था। अपनी राजनीतिक सोच को मूर्त रूप देने के लिए 24 नवंबर 2003 को सरकारी नौकरी से इस्तीफा देकर उन्होंने इंडियन जस्टिस पार्टी का गठन किया था।