लखनऊ : मायावती सरकार के समय में हुए सैकड़ों करोड़ के स्मारक घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय ने बड़ी कार्रवाई की है। ईडी ने राजधानी लखनऊ समेत यूपी के कई शहरों में ताबड़तोड़ छापे मारे हैं।
मनीलांड्रिंग पर ईडी की ताबड़तोड़ छापेमारी में कई
ठेकेदार फर्मों और निर्माण निगम इंजीनियरों समेत कईयों के ठिकाने खंगाले जा रहे हैं। वर्ष 2007 से लेकर 2012 के बीच लखनऊ और नोएडा में पार्क और स्मारक बनवाए गए थे. लोक निर्माण विभाग,नोएडा प्राधिकरण और पीडब्ल्यूडी ने इस पार्को और स्मारकों का निर्माण करवाया था। लोकायुक्त जांच में करीब 1,410 करोड़ रुपये के घोटाले की बात सामने आई थी.
स्मारकों में लगे गुलाबी पत्थरों की सप्लाई मीरजापुर से हुई ,मगर कागजों पर सप्लाई राजस्थान से दिखाई गई.विजिलेंस ने 1 जनवरी साल 2014 को गोमती नगर थाने में इस मामले को लेकर एफआईआर दर्ज कराई थी.
आईपीसी की धारा 120 बी और 409 के तहत केस दर्ज किया गया था,मायावती सरकार में मंत्री रहे नसीमुद्दीन सिद्दीकी और बाबू सिंह कुशवाहा समेत 19 के खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई थी.