कानपुर: फिर होगी 1984 सिख दंगों की जांच, सरकार ने गठित की एसआईटी

लखनऊ। लोकसभा चुनावों से ठीक पहले उत्तर प्रदेश सरकार ने 1984 के सिख विरोधी दंगों की धूल खा रही फाइल निकाल ली है. सरकार ने दंगों के दौरान कानपुर में सिखों की हत्या की जांच के लिए एसआईटी(SIT)  बनाई है.

आपको बता दें कि 1984 में हुए सिख विरोधी दंगों के दौरान कानपुर में 127 सिखों की हत्या की गई थी, और इसी दौरान कई दिनों तक महानगर में आगजनी और लूटपाट भी हुई थी.

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दरअसल इस मामले में 2017 को सुप्रीम कोर्ट में अर्जी दाखिल कर दंगों की एस.आई.टी. या सीबीआई जांच कराने की मांग भी की गई थी. जिसके आधार पर एसआईटी गठित की गई है.

कौन होंगे एसआईटी के सदस्य

एस.आई.टी. का नेतृत्व पूर्व डीजीपी अतुल करेंगे. उनके अलावा रिटायर्ड जज एससी अग्रवाल, रिटायर्ड एडी वाईके श्रीवास्तव, एक एस.एस.पी. और एक एसपी भी एस.आई.टी. में होंगे. शासन ने निर्देश दिए हैं कि एसआईटी उन दंगों में दर्ज उन सभी एफआईआर का परीक्षण करेगी जिसमें अंतिम रिपोर्ट लगा दी गई थी. इसमें अगर जघन्य अपराधों वाले मामले में फाइनल रिपोर्ट लगाई गई हो तो उसकी जांच प्राथमिकता के आधार पर की जाएगी. अगर जरूरत होगी तो एसआईटी ऐसे मामलों की फिर से विवेचना शुरू करेगी.

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