रायपुर में आयोजित कांग्रेस अधिवेशन में राहुल गांधी ने अपनी भारत जोडो यात्रा को लेकर बहुत सी बाते कही. यहां उन्होंने कहा कि यात्रा शुरू करने से पहले घमंड था कि फिट आदमी हूं, 10-12 किमी दौड़ लेता हूं। 20-25 किमी कौन सी बड़ी बात है, लेकिन यात्रा के समय कॉलेज में पढ़ते वक्त फुटबॉल खेलते लगी चोट उभर आई। ऐसे में मै परेशान हो गया कि 3500 किमी यात्रा कैसे पूरी होगी।
मुझे भारत माता ने कहा कि चलना है तो घमंड छोड़ो, नहीं तो यात्रा मत करो। राहुल ने कहा कि 52 साल हो गए मेरे पास अपना घर नहीं है। इलाहाबाद में भी वो हमारा नहीं है। मेरा घर से अजीब रिश्ता है, 12 तुगलक लेन में रहता हूं। 1977 का मां सोनिया से घर खाली करने का किस्सा सुनाया।
अपने संबोधन में राहुल गांधी ने भारत जोड़ो यात्रा का जिक्र करते हुए कहा कि चार महीने कन्याकुमारी से कश्मीर तक मैंने यात्रा की. उन्होंने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा से बहुत कुछ सीखने को मिला. उन्होंने कहा कि इस यात्रा से किसानों का दर्द समझा. भारत जोड़ो यात्रा से देश को देखने का मौका मिला.
मंच से बोलते हुए राहुल गांधी ने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा के दौरान जैसे ही हम किसानों और नौजवानों से मिलते थे, उनसे हाथ मिलाते थे, गले मिलते थे.. ऐसा लगता था सब ट्रांसमिशन हो जाता था. राहुल ने कहा कि शुरुआत में लोग पूछते थे क्या कर रहे हो लेकिन यात्रा के एक महीने के भीतर ऐसा हो गया कि लोगों के गले लगते ही सारी बातें समझ में आ जाती थी. मैं जो लोगों से कहना चाहता था उसे वो तुरंत समझ जाते थे.