यूपी के इस शहर में पुलिस के पीछे पड़े कुत्ते

अब तक बड़ी और गंभीर आपराधिक वारदातों का खुलासा करने के लिए पुलिस अधिकतर स्निफर डॉग की मदद लेती है. पुलिस और श्वान का पुराना रिश्ता है। पर यूपी के मेरठ में इसके उलट तस्वीर देखने को मिली है। यहां पुलिस अधिकारी अपने घरों में पाले गए कुत्तों से डरे हुए हैं। क्योंकि बीते कुछ ही दिनों में कुत्तों ने कई अधिकारियों और उनके प्रियजनों को काट लिया है। जिसके बाद वो अस्पतालों के चक्कर लगा रहे हैं। 

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पहली घटना एसपी सिटी रणविजय के साथ हुई। बताया जाता है कि एसपी सिटी मेरठ जोन के एडीजी प्रशांत कुमार के घर पर गये थे । इसी दौरान एडीजी के पालतू कुत्ते ने उनके हाथ में काट लिया। इस घटना पर एसपी सिटी ने सफाई देते हुए कहा कि एडीजी साहब का पालतू कुत्ता उनकी गोद में खेलता है। जब वह उसे बिस्कुट खिला रहे थे तो कुत्ते ने गलती वश उनके हाथ में काट लिया।  जिसके बाद उन्होंने रेबीज का इंजेक्शन लगवा लिया है।

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एसपी सिटी के अलावा ऐसी ही घटना मवाना रोड स्थित डिफेंस कालोनी में रह रहे एसपी ट्रैफिक संजीव बाजपेयी के घर में भी हुई। जहां उनके पालतू कुत्ते ने उनकी बेटी को ही काट लिया। जिसके बाद एसपी ट्रैफिक को रात में ही एक प्राइवेट डॉक्टर के यहां अपनी बेटी को कुत्ते के काटने वाला इंजेक्शन लगवाना पड़ा।

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कुत्तों के काटने की घटनाएं यहीं रुकी सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक इससे पहले एसओ मेडिकल रविंद्र वशिष्ठ को भी कुत्ते ने काट लिया था। इसके साथ ही एक सीओ को भी उनके पालतू कुत्ते ने हाथ में काट लिया था। जिसके बाद सीओ को भी कुत्ता काटने वाला इंजेक्शन लगवाना पड़ा था। मेरठ जिले में हो रहीं इन घटनाओं के बाद विभाग और लोगों में पुलिस और कुत्तों के काटने की घटनाओं को लेकर तरह तरह की चर्चा कर रहे हैं। सोशल मीडिया में भी ये घटनाएं खूब चटकारे लेकर लिखी जा रही हैं।

आपको बता दें इससे पहले सीतापुर के खैराबाद इलाके में भी कुत्तों के काटने की कई घटनाएं सामने आईं थी। जिसमें कई बच्चों को कुत्तों ने काटा था। जिसमें करीब 15 बच्चों की जान चली गई थी। जिसके बाद पूरे मामले का सीएम योगी आदित्यनाथ ने संज्ञान लिया था।

 

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