लोकसभा चुनाव के लिए योगी सरकार का बड़ा दांव, फिर माफ हो सकता है किसानों का कर्ज
एक तरफ उत्तर प्रदेश में आगामी लोकसभा चुनाव के लिए सपा-बसपा ने गठबंधन कर लिया है. वहीं दूसरी ओर सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ एक बार फिर से किसान कार्ड खेलने की तैयारी में हैं. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सीएम योगी एक बार फिर से किसानों का कर्ज माफ करने कर सकते हैं.
इसके लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने जिला स्तर पर सर्वे भी शुरू कर दिया है. इस सर्वे का मकसद उन किसानों की पहचान करना है जो पिछली बार कर्ज माफी का लाभ नहीं उठा पाए थे. आपको बता दें कि बीजेपी ने किसान कर्ज माफी का वादा उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव के दौरान किया था. चुनाव जीतने के बाद बीजेपी सरकार ने किसानों का कर्ज माफ भी किया था.
आंशिक कर्जमाफी हुई थी
चुनाव जीतने के बाद सूबे के मुख्यमंत्री ने किसानों के कर्ज तो माफ किए, लेकिन उन किसानों की लिस्ट में कुछ किसान ऐसे भी थे जिनकों आंशिक कर्जमाफी ही मिल पाई थी. रिपोर्ट के मुताबिक कई किसान तकनीकी गड़बड़ियों की वजह से कर्जमाफी का लाभ भी नहीं उठा पाए थे. जिला स्तर पर हो रहे इस सर्वे के द्वारा सरकार ऐसे किसानों की पहचान करने की कोशिश कर रही है जो पहले कर्जमाफी का लाभ नहीं उठा पाए थे. राजनीतिक विश्लेषकों की मानें तो अगर योगी सरकार इस कदम को अमली जामा पहनाती है तो लोकसभा चुनाव से पहले किसानों को लुभाने की कोशिश में इसे बड़ी कवायद के तौर पर देखा जाएगा.
राहुल गांधी ने की थी तारीफ
उत्तर प्रदेश में किसानों का कर्ज माफ करने के बाद राहुल गांधी ने कहा कि योगी सरकार ने जो कहा है वो कर दिखाया है. राहुल ने कहा कि अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी किसानों का कर्ज माफ करना चाहिए. राहुल ने यह कहकर बीजेपी पर दबाव बढ़ा दिया कि अगर मोदी कर्ज माफ नहीं करते हैं तो वह 2019 में सत्ता में आने के बाद किसानों को कर्ज माफी की सौगात देंगे. राहुल ने कहा था, “मोदी जब तक देश के किसानों का कर्ज माफ नहीं करेंगे, तब तक हम उन पर इतना दबाव डालेंगे कि उन्हें सोने नहीं देंगे और कर्ज माफ करवाकर रहेंगे.”