मुबंई: बॉलीवुड एक्ट्रेस जोहरा सहगल का आज 106वां जन्मदिन है. उनका जन्म 27 अप्रैल 1912 को सहारनपुर में एक पठान मुस्लिम परिवार में हुआ था. उनके बचपन का नाम साहेबजादी जोहरा बेगम मुमताज उल्ला खान था. जोहरा एक बेहतरीन एक्ट्रेस होने के साथ-साथ अच्छी डांस कोरियोग्राफर भी थीं. साल 2014 में 102 साल की उम्र में उनका निधन हुआ था. जोहरा सहगल आखिरी बार साल 2007 में संजय लीला भंसाली की फिल्म ‘सांवरिया’ में नजर आई थीं. साल 2010 में उन्हें पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया था.
बता दें, सात बच्चों में तीसरे नंबर की जोहरा बचपन से ही विलक्षण प्रतिभा वाली थीं. उन्होंने क्वीन मैरी से ग्रैजुएशन किया. इसके बाद ब्रिटिश एक्टर से यूरोप में एक्टिंग की ट्रेनिंग ली थी. इस दौरान जोहरा ने बैलेट भी सीखा था. यहीं से उनकी दिलचस्पी आर्ट में बढ़ गई. इसके बाद उन्होंने वो फैसला लिया जिसके बारे में सोचने से भी महिलाएं कतराती थीं.
दरअसल, वह उस दौर में पैदा हुई थीं जब महिलाएं पुरुषों के सामने आने में भी सकुचाती थी. लेकिन जोहरा जहां भी जाती पूरे आत्मविश्वास के साथ जाती थीं. एक बार यूरोप में उन्होंने उदय शंकर को परफ़ॉर्म करते देखा था तो वह सीधा उनके पास गईं और उन्हें अपनी टीम में शामिल करने को कहा. जोहरा की काबिलियत और उनके आत्मविश्वास को देखकर उदय शंकर ने उन्हें अपनी टीम में शामिल कर लिया. भारत पाक विभाजन के दौरान जोहरा और उनके पति मुबंई ही रुक गए थे क्योंकि अब वह लाहौर में घर जैसा महसूस नहीं करती थीं.
आपको जानकर हैरानी होगी कि जोहरा फिल्मों में काम जरुर करती थीं लेकिन वह फिल्में न के बराबर देखती थीं. उन्हें क्रिकेट मैच का काफी शौक था. जोहरा सहगल के प्रशंसक मानते हैं वह रंगमंच की दादी थीं, लेकिन उनके बोलने के अंदाज, चेहरे के हावभाव और मसखरे अंदाज के कारण उन्हें कुछ लोग बड़ी उम्र की बच्ची भी कहते थे.
जोहरा साल 2014 तक पृथ्वी थियेटर के साथ जुड़ी रहीं. वह अकेली ऐसी शख्स रहीं, जिन्होंने पृथ्वीराज कपूर, सदी के महानायक अमिताभ बच्चन से लेकर नए जमाने के अभिनेता रणबीर कपूर तक के साथ अभिनय कर छाप छोड़ी. आज भी उनकी जवानी के दिनों की फिल्मों से ज्यादा उन्हें उनके नानी-दादी के किरदार के लिए याद किया जाता है.