उत्तर प्रदेश के सोनभद्र में भारत की धरती ने सोना उगला है। सोनभद्र जिसके नाम में ही सोना जुड़ा है, वहां की सोन पहाड़ी और उससे जुड़े इलाके ज़मीन के अंदर तीन हज़ार टन सोने का भण्डार मिला है। जिसकी कीमत बारह लाख करोड़ रुपये से ज्यादा बताई जा रही है। सोने का खजाना मिलने के बाद उत्तर प्रदेश की योगी सरकार मालामाल हो गयी है, नीलामी के बाद एक झटके में इतना राजस्व मिलेगा कि प्रदेश की सूरत ही बदल जाएगी। संभावना तो भी जताई जा रही है कि इस इलाके में बेशकीमती यूरेनियम का बड़ा भण्डार भी मौजूद है। जिसके हासिल होने के बाद भारत परमाणु ऊर्जा के क्षेत्र में नयी बुलंदी को छू सकता है।
सोनभद्र के कोन थाना क्षेत्र की हर्दी पहाड़ी में सोना मिलने की पुष्टि खनन अधिकारियों ने की है। जिस पहाड़ी में सोना पत्थर मिलने की पुष्टि हुई है, उसके सीमांकन के लिए गुरुवार को नौ सदस्यीय टीम जंगल में पहुंची, बताया जा रहा है कि सीमांकन के बाद कर ई टेंडरिंग की प्रक्रिया पूरी की जाएगी। और फिर खनन शुरू होगा।
जिस पहाड़ी में सोना मिला है उसका रकवा 108 हेक्टेयर बताया जा रहा है। इसके अलावा भी क्षेत्र के पहाड़ियों में तमाम कीमती खनिज संपदा होने की बात भी चर्चा में है। आसपास की पहाड़ियों में लगातार 15 दिनों से हेलीकॉप्टर द्वारा हवाई सर्वे भी किया जा रहा है। बताया जा रहा हवाई सर्वे के माध्यम से यूरेनियम होने का भी पता लगाया जा रहा है। जिसकी प्रबल संभावना भी है। बताया जा रहा है कि सोन पहाड़ी में 2943.26 टन और हल्दी ब्लॉक में 646.15 किलो सोना है।
जिले के गर्भ में सोने की भारी खान का पता लगाने में सरकार को 40 साल से अधिक का समय लग गया। गुलामी के दौर में अंग्रेजों ने भी सोने की खान का पता लगाने की कोशिश की थी लेकिन, वह कामयाब नहीं हो सके थे। आजादी से पहले ही सोने के लिए हुई खोज के चलते ही पहाड़ी का नाम सोन पहाड़ी पड़ गया था, तब से लेकर अब तक यहां के आदिवासी इसे सोन पहाड़ी के नाम से ही जानते हैं।
सोनभद्र जिला पहले से ही खनिज संपदा के लिए पूरे देश में विख्यात था, लेकिन अब यहां पर सोने के अपार भंडार मिलने के बाद यह पूरी दुनिया की निगाह में आ गया है।