राजसत्ता एक्सप्रेस। एयर इंडिया के पायलटों के लिए राहतभरी खबर है। एयर इंडिया के पांचों पायलटों में कोरोना का संक्रमण नहीं मिला है। उनकी दूसरी जांच रिपोर्ट भी नेगेटिव आई है। हाल ही में ये सभी कार्गो फ्लाइट लेकर चीन गए थे। शनिवार को एक टेक्नीशियन, एक ड्राइवर के साथ इन पांच पायलटों की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। हालांकि, कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में ये दावा किया जा रहा है कि इनकी टेस्ट किट में गड़बड़ी थी, जिस कारण इनकी रिपोर्ट गलत आई। हालांकि, इसको लेकर अभी कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है। इस बीच टेक्नीशियन और ड्राइवर की सेहत से जुड़ी स्थिति साफ नहीं है।
लॉकडाउन के बाद से ही एयर इंडिया कई देशों के लिए कार्गो उड़ानों का संचालन कर रही है। 18 अप्रैल को चिकित्सा आपूर्ति के लिए दिल्ली से ग्वांग्झो के लिए बोइंग 787 ने उड़ान भरी थी। शंघाई और हॉन्गकॉन्ग के लिए भी एयर इंडिया ने मेडिकल कार्गो उड़ानें संचालित की थीं। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, 20 अप्रैल के बाद से इन पायलटों से कोई भी उड़ान नहीं भरी है।
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टेस्ट किट पर उठे थे सवाल
सवाल आखिर ये है कि कोरोना टेस्ट कितनी विश्वसनीय है। रिपोर्ट में इस तरह के बदलाव आने से तो आंकड़ें भी संदेह के घेरे में आ जाते हैं। हाल ही में इंडियन काउंसिल फॉर मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर) ने रैपिड टेस्टिंग किट में खामियों की शिकायत मिलने के बाद राज्यों को टेस्ट रोकने को कहा था। द हिंदू में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक ऐसी शिकायतें मिली थीं कि टेस्टिंग किट में रिजल्ट सही नहीं आ रहे हैं। शिकायत मिलने पर आईसीएमआर ने कहा कि किट की जांच होगी और उसके बाद ही टेस्ट की अनुमति दी जाएगी। इस रिपोर्ट में आईसीएमआर के प्रवक्ता डॉ. आरआर गंगाखेडकर के हवाले से लिखा कि अगर टेस्ट किट सही नहीं पाई गई तो निर्माता कंपनी से इसे बदलने के लिए कहा जाएगा और नई किट मंगाई जाएगी। यही नहीं राजस्थान सरकार ने टेस्ट किट में ख़ामी होनी की बाकायदा शिकायत की थी।
77 पायलट का हुआ था कोरोना टेस्ट
एयरलाइन के 77 पायलट का पिछले शनिवार को कोरोना टेस्ट हुआ था। उस वक्त पांच पायलटों में कोरोना की पुष्टि हुई थी। हालांकि, इन पायलटों के करीबियों ने बताया कि इनमें कोरोना के कोई लक्षण नहीं है और वो मुंबई में होम क्वारंटाइन हैं। ये सभी पायलट बोइंग 787 ड्रीमलाइर्स एयरक्राफ्ट उड़ाते हैं, इन्हें वंदे भारत मिशन के तहत कोरोना काल में अलग-अलग देशों में फंसे भारतीयों को लाने के लिए तैनात किया जाना था। इससे पहले इनका टेस्ट हुआ।
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वंदे भारत मिशन
बता दें कि 7 मई से 14 मई तक वंदे भारत मिशन का पहला फेज चलेगा। इसके तहत 12 देशों से 14 हजार 800 भारतीयों को सुरक्षित देश लाने का प्लान है। अभी तक स्पेशल फ्लाइट्स से अलग-अलग देशों से 5 हजार से ज्यादा भारतीयों को भारत लाया जा चुका है। वहीं, इस मिशन का दूसरा फेज 15 मई से शुरू होगा। इसमें सेंट्रल एशिया और यूरोपीय देशों जैसे- कजाकिस्तान, उज्बेकिस्तान, रूस, जर्मनी, स्पेन और थाईलैंड में फंसे भारतीयों का लाने का प्लान है।