दिल्ली-NCR का धारावी न बन जाए 12 लाख की आबादी वाला खोड़ा, 1-1 कमरे में रहते हैं 5-5 मजदूर

नई दिल्ली, राजसत्ता एक्सप्रेस। घनी आबादी वाले इलाकों में कोरोना संक्रमण को रोकना सरकार के लिए सबसे बड़ी चुनौती बन गया है। वायरस के बढ़ते प्रकोप का असर दिल्ली के बाद एनसीआर में भी गहराने लगा है। यह कहना मुश्किल नहीं होगा कि आने वाले समय में अगर सावधानियां नहीं बरती गईं तो, घनी आबादी वाला खोड़ा इलाका दिल्ली-एनसीआर का धारावी कहा जाने लगेगा। खोड़ा और धारावी की बात करें तो दोनों इलाकों में ज्यादा अंतर नहीं है। धारावी में जहां 15 लाख लोग रहते हैं वहीं, खोड़ा की आबादी तकरीबन 12 लाख है। धारावी में संक्रमण की बढ़ती रफ्तार को देखते हुए खोड़ा को लेकर चिंताएं बढ़ने लगी हैं। खोड़ा में अब तक कोरोना संक्रमित मरीजों के 14 मामले सामने आ चुके हैं।

संक्रमण की बढ़ती संख्या को देखते हुए प्रशासन ने यहां सख्त कदम उठाए हैं। दिल्ली-नोएडा-गाजियाबाद के बीच में आने वाले इस इलाके को पूरी तरह से सील कर दिया गया है। खोड़ा कॉलोनी से होकर गुजरने वाले सभी रास्ते बंद कर दिए गए हैं। गाजियाबाद पुलिस के मुताबिक, सिर्फ जरूरी सेवाओं से जुड़े लोगों को ही खोड़ा में आने-जाने की छूट है। एक दिन पहले ही खोड़ा में रहने वाले एक शख्स की कोरोना से मौत भी हो चुकी है।

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पांच सेक्टरों में बंटा खोड़ा

गाजियाबाद के एसएसपी कलानिधि नैथानी ने बताया कि खोड़ा कॉलोनी को पूरी तरह से सील कर दिया गया है। इस इलाके में हर जगह पुलिस का सख्त पहरा लगाया गया है। पूरी कॉलोनी पर नजर रखने और लॉकडाउन का पालन कराने के लिए पुलिस ने 2 जोन बनाए हैं, जिसमें 5 सेक्टर होंगे। दोनों जोन में इंस्पेक्टर नजर रखेंगे। जिस जगह पर संक्रमण के मामले मिले हैं, वहां पर हॉटस्पॉट जोन बनाए हैं। हॉटस्पॉट जोन में पुलिस की पूरी निगरानी रहेगी।

संकरे रास्ते और सटी इमारतों के लिए बदनाम है खोड़ा

बता दें कि खोड़ा में प्रवासी मजदूरों की घनी आबादी रहती है। खोड़ा में चार पुलिस चौकी है। खोड़ा की आबादी लगभग 12 लाख है। इस लिहाज से देखें तो यहां पर बहुत ही सावधानी बरतनी होगी। एक-एक कमरे में यहां पर 5-5 मजदूर रहते हैं। सोशल डिस्टेंसिंग की बात यहां बेमानी सी लगती है। इससे अगर किसी एक को भी कोरोना होता है तो संक्रमण का खतरा दूसरे में ज्यादा हो जाएगा। गाजियाबाद प्रशासन का कहना है कि यहां कोरोना के बढ़ते मामलों को जल्दी कंट्रोल नहीं किया गया तो निश्चित रूप से खोड़ा महाराष्ट्र का धारावी और गुजरात का अहमदाबाद बन सकता है। खोड़ा की घनी आबादी को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग को कम्युनिटी स्प्रेड की भी आशंका सता रही है।

डरा रहा है धारावी

महाराष्ट्र के धारावी में मंगलवार को कोरोना के 46 नए मामले सामने आए हैं। एशिया की सबसे बड़ी झुग्गी-झोपड़ी धारावी में कोरोना के कुल 962 मामले हो गए हैं और अब तक इस इलाके में 31 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं दूसरे ओर महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमण के मामले 23 हजार से ज्यादा हो गये हैं। ये राज्य देश में सबसे ज्यादा संक्रमण का शिकार हो रहा है।

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