कानपुर के सीनियर IAS के सरकारी आवास पर चल रहा था ,धर्म परिवर्तन का पाठ !
नई दिल्ली। हर दिन धर्मांतरण के केस सामने आते हैं, भारत के कई प्रदेशों में लोगों का जबरदस्ती धर्म परिवर्तन कराया जाता है। वहीं अब इस मामले में एक वीडियो सामने आया है। यह वीडियो सीनियर IAS इफ्तिखारुद्दीन का है। सामने आए इस वीडियो में इफ्तिखारुद्दीन अपने सरकारी आवास में एक धर्मगुरु के साथ दिख रहे हैं। जहां वह लोगों को लोगों को इस्लाम धर्म अपनाने के फायदे गिनाते हुए दिखाई पड़ रहे हैं। इसके साथ ही इस वीडियो में एक आदमी इन लोगों को कई मनगढ़ंत खीसे भी सुना रहा है। लोगों को बताया जा रहा है कि इस्लाम धर्म में बहन-बेटियों को जलाया नहीं जाता। साथ UP को एक ऐसा सेंटर बताया गया है जहां से वह पूरे देश और दुनिया में अपना काम कर सकते हैं।
इस्लामिक वक्ता ने सुनाये किस्से
IAS अधिकारी की तरफ से लोगों को इस्लामिक कट्टरता का ज्ञान दिया जा रहा है। लोगों से कहा जा रहा है कि ऐलान करो दुनिया के लोगों से कि अल्लाह की बादशाहत और निजामियत पूरी दुनिया में कायम करनी है।
वहां बैठे लोगों को जब कट्टरता का ज्ञान दिया जा रहा था, तो उस समय इफ्तिखारुद्दीन जमीन पर बैठे हुए नजर आ रहे थे। इस दौरान इस्लामिक वक्ता ने लोगों को एक मनगढ़ंत किस्से सुनाते हुए कहा कि पिछले दिनों पंजाब के एक भाई ने इस्लाम कुबूल किया, तो मैंने उनको बुलाया नहीं दी थी। मैंने उनसे कहा कि इस्लाम कबूल क्यों किया तुमने?
इसके आगे वक्ता ने बताया कि अपनी बहन की मौत के कारण उसने इस्लाम कबूल किया है। जब बहन को मरने पर जलाया गया, तो कपड़ा जल गया। वह निर्वस्त्र हो गई। सब देख रहे थे। मुझे बहुत शर्म आई। मैं वहां से निकल गया। फिर मैंने सोचा कि आज तो मेरी बहन को लोग देख रहे हैं, मेरी बेटी भी है। कल उसको भी लोग ऐसे ही देखेंगे। मरने के बाद वह भी ऐसे ही जलेगी। फिर मेरे दिल में आया कि इस्लाम से अच्छा कोई धर्म नहीं है। मुझे कुबूल कर लेना चाहिए।
उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम ने की प्रतिक्रिया
वहीं अब इस केस पर उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने प्रतिक्रिया दी है, उनका कहना है कि यह मामला काफी गंभीर है। अगर ऐसा कुछ है, तो उसको गंभीरता से लिया जाएगा। मठ और मंदिर समन्वय समिति के अध्यक्ष भूपेश अवस्थी ने इस मामले की मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से भी इस मामले में शिकायत की है।