भारत की अध्यक्षता में दिल्ली में शनिवार को जी20 शिखर सम्मेलन का आगाज हो गया है। बैठक से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सभी वैश्विक नेताओं की अगवानी की। शनिवार को पीएम मोदी के स्वागत भाषण के साथ G20 शिखर सम्मेलन की शुरुआत हुई। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत G20 समिट के अध्यक्ष के रूप में पूरी दुनिया से विश्वास की कमी को एक-दूसरे पर भरोसे में तब्दील करने की अपील करता है। पीएम मोदी ने कहा कि मैं आप सभी के समर्थन से अफ्रीकी संघ को जी20 में शामिल होने के लिए आमंत्रित करता हूं।
G 20 in India | Prime Minister Narendra Modi at Session 1 of the G20 Summit. pic.twitter.com/yCdpKooEhR
— ANI (@ANI) September 9, 2023
अफ्रीकी देश में आए भीषण भूकंप का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि दुख की इस घड़ी में पूरी दुनिया मोरक्को के साथ है, हम हर संभव मदद करने को तैयार हैं। पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि covid-19 महामारी के बाद दुनिया विश्वास की कमी से जूझ रही है। युद्ध ने इसे और गहरा कर दिया है। अगर हम कोविड़-19 को हरा सकते हैं, तो हम युद्ध के कारण पैदा हुई विश्वास की कमी को भी दूर कर सकते हैं।
पीएम मोदी ने कहा कि भारत जी20 के अध्यक्ष के रूप में पूरी दुनिया से विश्वास की कमी को एक-दूसरे पर भरोसे में तब्दील करने की अपील करता है। उन्होंने कहा कि हम ऐसे दौर में जी रहे हैं, जब सदियों पुरानी समस्याएं जवाब मांग रही हैं। हमें मानव-केंद्रित दृष्टिकोण के साथ अपनी जिम्मेदारियों को पूरा करने की जरूरत है। प्रधानमंत्री ने कहा कि ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास, सबका प्रयास’ की अवधारणा दुनिया का मार्गदर्शन कर सकती है। अब समय आ गया है कि वैश्विक भलाई के लिए हम सब साथ मिलकर चलें।
पीएम मोदी ने जी-20 शिखर सम्मेलन को संबोधित करते हुए देश का नाम लेते समय ‘भारत’ शब्द का इस्तेमाल किया। इस दौरान पीएम मोदी के आगे रखी प्लेट पर भारत लिखा था। इन दिनों देश में इंडिया बनाम भारत को लेकर तगड़ी बहस चल रही है। कयास लगाए जा रहे हैं कि इंडिया का नाम बदलकर भारत किया जा सकता है।