नई दिल्ली: छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले में कांग्रेस कार्यकताओं पर लाठीचार्ज के बाद मुख्यमंत्री डॉ.रमन सिंह ने इस मामले की जांच दंडाधिकारी से कराने का आदेश दिया है, लेकिन कांग्रेस इससे संतुष्ट नहीं है, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष भूपेश बघेल ने इस मसले पर अब न्यायिक जांच की मांग की है, बघेल ने मंत्री के घर कचरा फेंके जाने को जांच में शामिल किए जाने के विषय पर भी गहरी आपत्ति जताई है.
बघेल ने कहा, “मंत्री ने राजनैतिक दल को कचरा कहा, तो सूचना देकर कांग्रेस कार्यकर्ता वहां पहुंचे, पुलिस वहां मौजूद थी. फिर कांग्रेस भवन पहुंच कर पुलिस ने लाठीचार्ज किया. किसके आदेश से यह लाठीचार्ज हुआ, मैंने डीजीपी से पूछा तो उन्होंने कहा कि उन्हें नहीं पता, किसी अधिकारी को पता नहीं और लाठीचार्ज हो गया.”
बघेल ने आगे कहा, “क्या यह लाठीचार्ज मंत्री के आदेश से हुआ? हमने मंत्री से इस्तीफा और दोषी पुलिस अधिकारियों की बर्खास्तगी की मांग की है। हम मामले की दंडाधिकारी से नहीं, न्यायिक जांच की मांग रहे हैं.”
इससे पहले कांग्रेस कार्यकताओं पर लाठीचार्ज के बाद पार्टी के अध्यक्ष राहुल गांधी ने नरेंद्र मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि तानाशाही एक पेशा बन गई है और इस हमले को ‘सियासी जुल्म’ के रूप में याद रखा जाएगा.
नरेंद्र मोदी की हुकूमत में तानाशाही एक पेशा बन गया है| बिलासपुर में रमन सिंह की सरकार द्वारा कांग्रेस कार्यकर्ताओं के मौलिक अधिकारों पर बुज़दिली से किए गए इस प्रहार को वहाँ की जनता सियासी ज़ुल्म के रूप में याद रखेगी| pic.twitter.com/to7LDkXzEt
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) September 19, 2018
राहुल ने छत्तीसगढ़ पुलिस द्वारा कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज करने का वीडियो साझा करते हुए ट्वीट किया, “नरेंद्र मोदी के शासन में तानाशाही पेशे में तब्दील हो गई है. बिलासपुर में रमन सिंह की सरकार द्वारा कांग्रेस कार्यकर्ताओं के मौलिक अधिकारों पर किया गया हमला जनता द्वारा सियासी जुल्म के एक कृत्य के रूप में याद रखा जाएगा.”
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बिलासपुर जिले में मंगलवार को राज्य मंत्री अमर अग्रवाल के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज किया गया. अग्रवाल के घर पर कचरा फेंकने के बाद पुलिस ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं की पिटाई की. लाठीचार्ज में पार्टी के वरिष्ठ नेता अटल श्रीवास्तव सहित दर्जन भर से ज्यादा कार्यकर्ता घायल हुए.