वाराणसी: रामलीला के मुख्य पात्र ही 235 साल पुरानी रामनगर की रामलीला न हो पाने की वजह बन गए. हालात ऐसे थे कि राम, लक्ष्मण और शत्रुघ्न के लिए खड़े होना मुश्किल हो गया था. ऐसे में ऐतिहासिक रामलीला के आयोजकों ने एक दिन के लिए रामलीला स्थगित कर दी. ऐसा चौथी बार हुआ है कि रामनगर की ऐतिहासिक रामलीला को स्थगित करना पड़ा.
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पात्रों को क्या हुआ था ?
रामनगर की रामलीला ऐतिहासिक होने के साथ ही पूरे देश में अनोखी है. यहां कोई स्थायी मंच नहीं होता. अलग-अलग स्थान पर लीला के पात्र पहुंचकर मौजूद लोगों के बीच अभिनय करते हैं. बीते बुधवार को भी लीला होनी थी. इससे ठीक पहले लक्ष्मण का अभिनय कर रहे शशांक व्यास और शत्रुघ्न का रोल कर रहे अंश झा को उल्टी-दस्त होने लगे. फिर आयोजकों को पता चला कि राम का पात्र निभा रहा लड़का भी बीमार है. इसके बाद महज आरती कर बुधवार को लीला स्थगित कर दी गई. गुरुवार को भी दो घंटे की देरी से शाम 7 बजे के बाद लीला हुई, लेकिन डायरिया झेलकर उठे पात्र ठीक से खड़े तक नहीं हो पा रहे थे. इस वजह से कुछ देर बाद रामलीला बंद कर दी गई.
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चौथी बार लीला करनी पड़ी स्थगित
रामनगर की ऐतिहासिक रामलीला को यूनेस्को ने वर्ल्ड हेरीटेज का दर्जा दिया हुआ है. चौथी बार ऐसा मौका आया है कि रामलीला को स्थगित करना पड़ा. इससे पहले चंद्रग्रहण की वजह से साल 2006 और बारिश की वजह से साल 2009 और 2016 में लीला को स्थगित करना पड़ा था.